शाह, नड्डा सहित भाजपा के कई नेताओं ने आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर शोक जताया
नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर शोक जताया।
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सतेंद्र दास का बुधवार को लखनऊ के एक अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें इस महीने की शुरुआत में मस्तिष्काघात के बाद संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भर्ती कराया गया था।
शाह ने सत्येंद्र दास के निधन को संत समाज और श्रद्धालुओं के लिए अपूरणीय क्षति करार देते हुए 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राम भक्तों के बीच श्रद्धा और आस्था के प्रतीक रहे आचार्य जी का जीवन प्रभु की सेवा और भक्तों के मार्गदर्शन में सदैव समर्पित रहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई। प्रभु श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिजनों एवं अनुयायियों को संबल प्रदान करें।’’
नड्डा ने कहा, ‘‘प्रभु श्री रामलला जी के अनन्य भक्त, श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के देवलोकगमन का समाचार अत्यंत दुःखद है।’’
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उनका दिवंगत होना सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रभु श्रीराम से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिजनों और अनुयायियों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘परम रामभक्त, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। विनम्र श्रद्धांजलि।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त शिष्यों एवं अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सत्येंद्र दास के निधन को आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘आपके मंगलकारी विचार एवं भक्तिमय व्यक्तित्व सदैव हम सभी को धर्म एवं मानवता के कल्याण के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगत की पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’
राम मंदिर की लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य पुजारी दास ने आध्यात्मिक जीवन का विकल्प चुना था। वह 20 वर्ष की आयु से ही प्रधान पुजारी के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने छह दिसंबर, 1992 को भी अस्थायी राम मंदिर के पुजारी के रूप में सेवा दी थी, जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था। उन्हें पूरे अयोध्या और यहां तक कि उससे इतर भी व्यापक सम्मान मिला।