सूरत : कैच द वॉटर अभियान शुरू, ज्वैलरी एसोसिएशन ने 3000 बोरहोल खोदने का फैसला किया
5 लाख बोरिंग का काम पूरा, मई तक 10 लाख तक पहुंचने का प्रयास: पाटिल
सूरत के पाल गौरवपथ रोड पर ज्वेलरी एसोसिएशन ने बोरिंग शुरू कर दी है। इस अभियान के तहत उन्होंने कुल 3000 बोरहोल खोदने का निर्णय लिया है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सी. आर. पाटिल द्वारा अभियान शुरू किया गया था।
देश में भूजल के दोहन को कम करने के लिए जल को जमीन में उतारने की आवश्यकता के बारे में अभियान चला रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा पूरे देश में वर्षा जल संचयन को लागू करने के प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके तहत अब तक देशभर में लाखों बोरहोल खोदे जा चुके हैं।
जल संचयन भविष्य में आने वाली सबसे बड़ी चुनौती होगी, जिसका सामना करने के लिए अभी से जल संरक्षण करना बहुत जरूरी है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने सतत जल संचयन के तहत कैच द वॉटर अभियान का शुभारंभ किया है। जिसके कारण भूमिगत जल को अधिकाधिक संग्रहित करने का प्रयास किया गया है। इस अभियान में विभिन्न औद्योगिक इकाइयां और औद्योगिक संघ भाग ले रहे हैं। जिसके तहत ज्वेलरी एसोसिएशन ने कुल 3000 बोरहोल्स ड्रिल करने का निर्णय लिया है, इस प्रकार यह परियोजना शुरू की गई है।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सी. आर. पाटिल द्वारा शुरू अभियान के तहत अब तक देश भर में 5,40,000 बोरहोल खोदे हैं। मानसून से पहले मई तक 10 लाख बोरहोल बनाने का लक्ष्य है। देश के बांधों की जल भंडारण क्षमता केवल 250 बीसीएम है। हमारी आवश्यकता 1120 बीसीएम है। 2025 तक हमारी आवश्यकता बढ़कर 1180 बीसीएम हो जाएगी।
हम एक प्राकृतिक आश्रय हैं, जहां 4000 बीसीएम वर्षा होती है। हम केवल 750 बीसीएम पानी ही बचा सकते हैं। यह हमारी जरूरत से बहुत कम है। चूंकि आने वाले दिनों में देश में पानी की जरूरत बढ़ने वाली है, इसलिए यह जरूरी है कि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़ें। हम अगली पीढ़ी को संपदा दे सकते हैं, लेकिन हमें इस मामले को गंभीरता से लेना होगा, इससे पहले कि पानी उपलब्ध कराना मुश्किल हो जाए।