सूरत : केदार की मौत हादसा नहीं, नगर निगम की लापरवाही: बच्चे का अंतिम संस्कार हुआ

माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल, अधिकारी-कर्मचारी पर आपराधिक हत्या का मामला, 4 को नोटिस जारी

सूरत : केदार की मौत हादसा नहीं, नगर निगम की लापरवाही: बच्चे का अंतिम संस्कार हुआ

सूरत नगर निगम की गंभीर लापरवाही के कारण खुले नाले के ढक्कन में गिरकर दो साल के एक मासूम बच्चे की जान चली गई। 5 फरवरी की शाम 5 बजे नाले में गिरे बच्चे का शव 24 घंटे बाद डेढ़ किलोमीटर दूर पंपिंग स्टेशन पर मिला। गुरूवार शाम शव को स्मीमेर अस्पताल ले जा रहे परिजनों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज होने तक शव लेने से इनकार कर दिया। 

आक्रोशित होकर प्रदर्शन कर रहे परिवार व समाज की गुहार के बाद आखिरकार अमरोली पुलिस ने नगर निगम के सीवरेज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। हालांकि घटना को 40 घंटे से अधिक समय हो चुका है, लेकिन घटना के लिए कौन जिम्मेदार है, निगम और पुलिस व्यवस्था? इस पर निर्णय नहीं हो सका। अब तक, नगर निगम आयुक्त ने केवल चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

सूरत के मेयर दक्षेश मावाणी ने कहा कि वरियाव में दो साल के बच्चे की मौत के मामले में नगर आयुक्त ने कार्रवाई की है। चार नगर निगम अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। नगर निगम जोन के कार्यकारी अभिययंता तेजस पटेल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कार्यकारी अभियंता तेजस पटेल को बुधवार की रात्री में बच्चे की गटर में जांच के दौरान घटनास्थल पर ठंड से बचने के लिए अलाव करते देखा गया था।

नगर निगम आयुक्त शालीनी अग्रवाल ने रांदेर जोन के कार्यपालक अभियंता तेजस टी. पटेल, उप अभियंता.नितिन एम. चौधरी, जूनियर इंजीनियर. राकेश टी. पटेल, पर्यवेक्षक.चेतन पी. राणा, को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 

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