सूरत : महाकुंभ के कारण यातायात बिगड़ने से ट्रांसपोर्ट सेवा प्रभावित

अभी भी यूपी-बिहार की कुछ ट्रांसपोर्ट नहीं ले रही हैं बुकिंग : युवराज देशले

सूरत : महाकुंभ के कारण यातायात बिगड़ने से ट्रांसपोर्ट सेवा प्रभावित

प्रयागराज में महाकुंभ के कारण यूपी, बिहार के कुछ ट्रांसपोर्ट अभी भी बुकिंग बंद किए हुए हैं। कारण कि उत्तर पेरदेश एवं बिहार के प्रमुख शहरों में ट्रैफिक के दबाव के कारण बड़े वाहनों का आवागमन स्थानीय प्रशासन ने बंद कर दिया है। उल्लेखनीय की सनातन धर्म का महापर्व महाकुंभ पिछले 13 जनवरी से प्रयागराज में चल रहा है, जो आगामी 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज के संगम में पूण्य की डुबकी लगा रहे हैं। इस दौरान देश-विदेश के अग्रणियों के आवागमन से यातायात बुरी तरह से प्रभावित है। यातायात के मद्देनजर शहरों में आंतरिक सप्लाई प्रशासन द्वारा बंद कराये जाने के बाद कुछ ट्रांसपोर्टरों ने बुकिंग ही रद्द कर दिया है। हालांकि आगामी कुछ दिनों में यातायात दबाव कम होने के बाद सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा।

सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रमुख युवराज देशले ने बताया कि महाकुंभ के कारण गत 25 जनवरी से उत्तर प्रदेश के वाराणसी एवं प्रयागराज के ट्रांसपोर्ट वाले बुकिंग बंद कर दिए हैं। हालांकि कुछ ट्रांसपोर्ट पुनः बुकिंग शुरू कर दी है, जबकि कुछ अभी भी बुकिंग शुरू नहीं किए हैं। इसी तरह बिहार के भी कुछ शहरों में ट्रांसपोर्टर अभी बुकिंग बंद किए हुए हैं। हालांकि महाकुंभ के बाद मार्केट में जोर पकड़ने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि हाल में जो भी ट्रकें उत्तर प्रदेश एवं बिहार की ओर जा रही है वहां से आने में काफी विलंब हो रहा है। कारण की यातायात के कारण कई शहरों में बड़े वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इनमें स्थानीय पासिंग की गाड़ियों को छूट दी गई है। जबकि शेष के लिए प्रतिबंध ही है, ऐसे में ट्रांसपोर्ट सेवा पर 
कुछ असर पड़ा है।

कपड़ा मार्केट में 20 मार्च के बाद ग्राहकी के आसार : प्रहलाद अग्रवाल

 आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने बताया कि हाल में कपड़ा मार्केट में ग्राहकी स्थिर है। क्योंकि सनातन धर्म का महापर्व महाकुंभ होने से बड़ी संख्या में व्यापारी बंधु प्रयागराज के संगम में पूण्य की डुबकी लगाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल में एमएसएमई एवं कुंभ का कपड़ा मार्केट पर प्रभाव देखने को मिल रहा है। परिणाम स्वरूप आगामी 20 मार्च तक ग्राहकी सामान्य रहने के आसार हैं। एमएसएमई के तहत मार्च तक पूरा हिसाब क्लियर करना आवश्यक होता है, जिस वजह से आगामी 20 मार्च तक बहुत ही संभाल कर व्यापारिक खरीदी करेंगे। हालांकि 25 मार्च से पुनः खरीदी जोर पकड़ेगी जो अप्रैल,मई, जून तक बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि सूरत के कपड़े का तकरीबन 60 प्रतिशत बिक्री गर्मी के दिनों में ही यानी मार्च, 
अप्रैल एवं मई में ही होती है। गर्मी के फसल तैयार होने से ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में शादी-विवाह के साथ अनेक मांगलिक प्रसंग होते हैं, जिसमें कपड़ों की खूब मांग रहती है। 

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