क्लियर प्रीमियम वाटर ने भारत की पहली rPET रेंज के साथ 38वें राष्ट्रीय खेल के आयोजन को ऊर्जा दीया
पर्यावरण संरक्षण के साथ विकास की क्रांतिकारी पहल
देहरादून : 38वें राष्ट्रीय खेल आयोजन में क्लियर प्रीमियम वाटर को अधिकृत हाइड्रेशन पार्टनर नियुक्त किया गया है। राष्ट्रीय खेल का आयोजन 28 जनवरी से 14 फरवरी तक उत्तराखंड में किया गया है। पर्यावरणीय सस्टेनेबिलिटी की दिशा ने एक अग्रिम कदम के तहत क्लियर प्रीमियम वाटर ने इस आयोजन में भारत की पहली 100% rPET बोतल रेंज लॉन्च की है। यह ऐतिहासिक और मिल के पत्थर समान भागीदारी राष्ट्रीय मंच पर ग्रीन पहल को प्रोत्साहन देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रीय खेल आयोजन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में किया। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, खेल मंत्री रेखा आर्य और भारतीय ओलंपिक संघ की प्रमुख पी. टी.ऊषा सहित कई महानुभाव मौजूद थे।
क्लियर प्रीमियम वाटर की यह शुरुआत निश्चित ही यह राष्ट्रीय खेलों के ग्रीन गेम्स के सूत्र के अनुरूप है, जिसमें पर्यावरण के अनुकूल तरीकों पर जोर दिया गया है। इन बोतलों को इकठ्ठा किया जाता है और बेंच जैसी कार्यात्मक चीजों के लिए दोबारा उपयोग में ली जाती है। यह प्रेक्टिस समूचे उत्तराखंड में स्थापित की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक बोतल ग्रीन फ्यूचर में योगदान दे रही है।
यह "ड्रिंक्स , डिस्पोज और ट्रांसफॉर्म *साइकिल क्लियर के मौजूदा सस्टेनेबल विकास अभियान का केंद्रबिंदु है, जो पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह पहल सिर्फ खिलाड़ियों और उपस्थित लोगों को ही हाइड्रेशन उपलब्ध नहीं कराती, बल्कि भारत में इस तरह के सभी बड़े खेल आयोजनों में पर्यावरण को अनुकूल सस्टेनेबल तरीकों को के लिए एक नया स्टैंडर्ड स्थापित करती है।
क्लियर प्रीमियम वाटर के संस्थापक और CEO नयन शाह ने ब्रांड के भविष्य के अभिगम पर जोर देते हुए कहा कि"38 वें राष्ट्रीय खेलों के साथ हमारी भागीदारी हाइड्रेशन से भी अधिक है। वास्तव में वह खेल में पर्यावरण के जतन के साथ एक नई नीति को आगे बढ़ाने पर फोकस करती है। हमारी 100% rPET बोलतों के साथ हम सिर्फ हाइड्रेशन सॉल्यूशन ही नहीं दे रहे हैं बल्कि, साथ में यह भी सुनिश्चित कर रहे है कि उपयोग ली जानेवाली प्रत्येक बोतल फिर से उपयोग में ली जा सके।
श्री शाह ने कहा कि "हमारी "ड्रिंक , डिस्पोज और ट्रांसफॉर्म ' पहल एक सर्कुलर अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। जिसके अंतर्गत सिर्फ कूड़े का प्रबंधन ही नहीं किया जाता बल्कि, नया रूप देकर उसका पुनः उपयोग किया जाता है। इस सहयोग के माध्यम से हमारा लक्ष्य उद्योगों, इवेंट्स और व्यक्तियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित करना है। वहीं, इस पहल के साथ यह भी साबित करना है कि इनोवेशन, सस्टेनेबिलिटी और अच्छा कार्य एक साथ किया जा सकता है।
38वें राष्ट्रीय खेलों के CEO अमित सिन्हा ने इस पहल के व्यापक प्रभाव पर कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के प्रारंभ के साथ ही हम मेगा स्पॉटिंग इवेंट्स में पर्यावरणीय सस्टेनेबिलिटी के नए युग की शुरुआत कर रहे हैं। हमारी यह ग्रीन पहल विशेष तौर कर क्लियर प्रीमियम वाटर की 100% रीसाइकिल की गई rPET बोतलों उपयोग भविष्य की इवेंट्स और देश दोनों के लिए एक बैंचमार्क स्थापित कर रही है। यह प्रयास सही मायने में प्लास्टिक पर निर्भरता को कम करता है और प्लास्टिक के उपयोग के लिए पर्यावरण की दृष्टि से अनुकूल सस्टेनेबल समाधान को प्रोत्साहन देता है।