सूखाग्रस्त क्षेत्रों में जल संसाधन प्रबंधन के लिए एआई का उपयोग किया जाएगा : पाटिल

सूखाग्रस्त क्षेत्रों में जल संसाधन प्रबंधन के लिए एआई का उपयोग किया जाएगा : पाटिल

नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) जल शक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि उनका मंत्रालय सूखाग्रस्त क्षेत्रों में जल संसाधन प्रबंधन और बारिश के पानी के संचयन को बढ़ाने के लिए कृत्रित बुद्धिमत्ता (एआई) और ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ का उपयोग कर सकता है।

उन्होंने कहा कि सूखाग्रस्त क्षेत्रों में जल संसाधन प्रबंधन और वर्षा जल संचयन में सुधार के लिए कृत्रित बुद्धिमत्ता आधारित उपकरणों का उपयोग, दूरस्थ संवेदी और एआई-आधारित फसल निगरानी, ​​स्वचालित स्मार्ट सिंचाई प्रणाली प्रणाली आदि का उपयोग किया जा सकता है।

उन्होंने एक प्रश्न के लिखित लिखित उत्तर में राज्यसभा में कहा कि उन्नत एआई संवर्धित मॉडल भूजल के संबंध में बेहतर जानकारी प्रदान कर सकते हैं, प्रदूषण और जल की कमी से ग्रस्त संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं।

मंत्री ने कहा कि एआई-आधारित दूरस्थ संवेदी अनुप्रयोगों से फसल-जल उपयोग की निगरानी की जा रही है जबकि एआई-संचालित प्रणालियां मौसमी विविधताओं, जल उपलब्धता, फसल पैटर्न आदि के आधार पर जल आपूर्ति का मूल्यांकन कर रही हैं।