गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय के कैंसर से पीड़ित दिल्ली की महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया
नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) गर्भाशय के कैंसर से पीड़ित 32 वर्षीय एक महिला ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। महिला गर्भाशय के अंतिम स्टेज के कैंसर के इलाज के दौरान जीवनरक्षक उपचार ले रही थी। दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस मामले को कई विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम देख रही थी।
सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दीपिका गुप्ता ने कहा कि महिला का पहले गर्भपात हो चुका था। गर्भावस्था के दौरान महिला चिकित्सकों की नियमित निगरानी में थी। इलाज के दौरान चिकित्सकों को उसके दोनों अंडाशय में बड़े ट्यूमर का पता चला था।
गुप्ता ने कहा कि आगे एमआरआई स्कैन से पुष्टि हुई कि उसे स्टेज तीन का गर्भाशय का कैंसर है। उनके अनुसार, मां का स्वास्थ्य और बच्चे का विकास सुनिश्चित करना एक चुनौती थी, यही वजह है कि चिकित्सकों ने एक उपचार योजना तैयार की।
उन्होंने बताया कि भ्रूण के फेफड़ों के विकास में तेजी लाने के लिए सबसे पहले ‘स्टेरॉयड थैरेपी’ दी गई। इसके बाद कैंसर को नियंत्रित करने के लिए तीन बार ‘नियोएडजुवेंट कीमोथैरेपी’ दी गई, ताकि भ्रूण को विकसित होने के लिए अधिक से अधिक समय मिल सके।
कीमोथैरेपी पूरी होने के बाद महिला को एक संयुक्त शल्य प्रक्रिया से गुजरना पड़ा जिसमें ऑपरेशन से शिशु का जन्म और गर्भाशय के कैंसर के लिए शुरुआती ‘डीबल्किंग सर्जरी’ शामिल थी। ‘डीबल्किंग सर्जरी’ की प्रक्रिया में कैंसरग्रस्त ट्यूमर को यथासंभव हटा दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सफल रहा, और एक स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ तथा कैंसरग्रस्त ट्यूमर को भी हटा दिया गया।
मरीज की स्थिति के बारे में गुप्ता ने कहा कि सर्जरी के बाद मां को गहन देखभाल में रखा गया और तीन सप्ताह के भीतर वह अपने नवजात शिशु की देखभाल करने की स्थिति में आ गई।
उन्होंने कहा कि मरीज अब स्वास्थ्य लाभ ले रही है, लेकिन अपने स्वास्थ्य की प्रगति की निगरानी के लिए उसे कीमोथैरेपी और नियमित रूप से चिकित्सीय परामर्श जारी रखना होगा।