यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की

यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की

नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने 2024 यूजीसी-नेट परीक्षा पेपर लीक से संबंधित मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। इस इनपुट के बाद इसे रद्द कर दिया गया था कि इसका प्रश्नपत्र डार्कनेट पर लीक हो गया है और टेलीग्राम पर बेचा जा रहा है।

अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी।

एक विशेष अदालत के समक्ष दायर अपनी क्लोजर रिपोर्ट में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि मामले में पेपर लीक का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। एजेंसी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को भी एक रिपोर्ट भेज दी है।

अदालत अब तय करेगी कि रिपोर्ट को स्वीकार करके मामले को बंद किया जाए या एजेंसी को आगे की जांच करने का निर्देश दिया जाए।

अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने पाया कि 18 जून, 2024 की परीक्षा के लिए ‘लीक’ प्रश्नपत्र का ‘छेड़छाड़’ किया हुआ स्क्रीनशॉट एक छात्र द्वारा कुछ पैसे कमाने के लिए प्रसारित किया जा रहा था।

उन्होंने बताया कि परीक्षा के दिन, यूजीसी-नेट की दूसरी पाली से पहले दोपहर में टेलीग्राम चैनलों पर पेपर प्रसारित होते पाया गया, जिससे यह आभास हुआ कि यह लीक हो गया है और इसे प्रसारित करने वाले व्यक्ति ने इसे हासिल किया है।

अधिकारियों ने बताया कि जांच में पाया गया कि स्क्रीनशॉट प्रसारित करने वाले व्यक्ति ने फोटो और इसकी तारीख तथा समय की स्टैम्प के साथ छेड़छाड़ की थी, ताकि यह दिखाया जा सके कि उसने परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र प्राप्त कर लिया था।

इस परीक्षा के लिए 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जो भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और पीएचडी प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित करती है।

भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई की चेतावनी के बाद शिक्षा मंत्रालय ने 19 जून को परीक्षा रद्द कर दी थी।