सूरत : फिक्की और एसजीसीसीआई द्वारा ‘गुजरात एमएसएमई बिजनेस कॉन्क्लेव 2025’ आयोजित

एमएसएमई देश के उद्योग की रीढ़ है,  राज्य सरकार एमएसएमई  के विकास के लिए निर्णय लेगी: हर्षभाई संघवी

सूरत : फिक्की और एसजीसीसीआई द्वारा ‘गुजरात एमएसएमई बिजनेस कॉन्क्लेव 2025’ आयोजित

सूरत : फिक्की - सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम परिसंघ (फिक्की - सीएमएसएमई) और दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को ‘गुजरात एमएसएमई बिजनेस कॉन्क्लेव 2025’ सेमिनार का आयोजन किया।  जिसमें गुजरात के गृह एवं उद्योग राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी ऑनलाइन जुड़े तथा सूरत के उद्यमियों और व्यापारियों को संबोधित किया।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने सम्मेलन में सभा का स्वागत किया तथा स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात ने एमएसएमई क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जबकि लघु और मध्यम उद्यम न केवल राज्य बल्कि पूरे देश की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, 2047 तक के हमारे सपनों का भारत केवल एमएसएमई के रचनात्मक और तकनीकी उपक्रमों के माध्यम से ही संभव होगा।

गुजरात का एमएसएमई क्षेत्र भारत के एमएसएमई योगदान का लगभग 14 प्रतिशत है। गुजरात में जहां 35 लाख से ज्यादा एमएसएमई पंजीकृत हैं, वहीं अगर भरूच से वापी यानी दक्षिण गुजरात की बात करें तो पूरे गुजरात में पंजीकृत एमएसएमई का 50 प्रतिशत हिस्सा दक्षिण गुजरात में स्थापित है। इसलिए भारत सरकार और गुजरात सरकार को एमएसएमई उद्योगों के विकास को सतत आधार पर सुनिश्चित करने के लिए नीतियां बनानी चाहिए।

फिक्की-सीएमएसएमई के अध्यक्ष गिरीश लूथरा ने कहा कि छोटे उद्योगपतियों को बड़े उद्योगों के बारे में सोचना चाहिए। इसके लिए छोटे व्यवसाय मालिकों को अपनी टीमें विकसित करनी चाहिए। कच्चे माल की तरह ही, हममें मानव संसाधन में निवेश बढ़ाने और व्यापार के लिए धन जुटाने का साहस होना चाहिए।

छोटे व्यवसाय मालिकों को आगे बढ़ने के लिए अपने ब्रांड मूल्य और मान्यता को बढ़ाने की आवश्यकता है। छोटे व्यवसाय मालिकों को अपनी कंपनियों को मजबूत करने का प्रयास करना चाहिए। यदि उद्यमी व्यक्तिगत प्रयास करें तो सभी एमएसएमई मजबूत हो जाएंगे। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि यदि आप अपने कर्मचारियों को दूसरों से अधिक वेतन देंगे तो वे हमेशा आपके लिए काम कर सकेंगे। उन्होंने व्यवसायियों को अपने कर्मचारियों के साथ भावनात्मक घनिष्ठता विकसित करने की सलाह दी।

गुजरात के गृह एवं उद्योग राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी ने ऑनलाइन जुड़कर सूरत के उद्योगपतियों एवं व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि एमएसएमई क्षेत्र देश के उद्योग जगत की रीढ़ है और प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इसके विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। गुजरात सरकार एमएसएमई उद्योगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। एमएसएमई उद्यमियों के सुझावों के आधार पर सरकार द्वारा निर्णय लिए जा रहे हैं। सरकार एमएसएमई की समस्याएं जानना चाहती है। राज्य सरकार फिक्की, सीएमएसएमई और एसजीसीसीआई द्वारा उठाए गए उद्योग संबंधी मुद्दों पर काम करेगी। इसलिए उन्होंने लघु उद्योगपतियों और एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे उद्योग से जुड़े मुद्दे और सुझाव उनके माध्यम से भेजें।

सम्मेलन में फिक्की सीएमएसएमई - गुजरात के अध्यक्ष अंकित पटेल, फिक्की सीएमएसएमई - गुजरात के सह-अध्यक्षअजय जयसिंह, फिक्की सीएमएसएमई प्रमुख और फिक्की की संयुक्त निदेशक दीप्ति पंत, चैंबर के उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी, समूह के अध्यक्ष किरण थुम्मर, के प्रतिनिधि उपस्थित थे। विभिन्न औद्योगिक संघों के पदाधिकारी, प्रतिनिधि, उद्यमी और व्यापारी उपस्थित थे। चैंबर के मानद मंत्री और फिक्की सीएमएसएमई - गुजरात के सह-अध्यक्ष नीरव मंडलेवाला ने सम्मेलन में उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। चैंबर के मानद कोषाध्यक्ष  मृणाल शुक्ला ने कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह का संचालन किया।

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