भारत दो माह में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लेगा: गडकरी
नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि भारत अगले दो माह में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
पेट्रोल के साथ एथनॉल मिश्रण का चलन 2001 में एक प्रायोगिक परियोजना (पायलट प्रोजेक्ट) के रूप में शुरू हुआ था।
गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा, “हम अगले दो महीनों में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का यह लक्ष्य हासिल कर लेंगे। ई20 (20 प्रतिशत एथनॉल वाला पेट्रोल) के इस्तेमाल से प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी और हुंदै मोटर्स ने 100 प्रतिशत जैव-एथनॉल पर चलने वाले वाहनों का विनिर्माण शुरू कर दिया है।
गडकरी ने कहा कि देश में प्रदूषण एक गंभीर समस्या है क्योंकि दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में 42 भारत में हैं।
उन्होंने कहा, “हम 22 लाख करोड़ रुपये का जीवाश्म ईंधन आयात करते हैं। इससे भी प्रदूषण हो रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2023 में 20 प्रतिशत एथनॉल-मिश्रित पेट्रोल पेश किया था। इसमें पहले चरण में 15 शहरों को शामिल किया गया था।
गन्ने के साथ-साथ टूटे चावल और अन्य कृषि उत्पादों से निकाले गए एथनॉल के इस्तेमाल से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल उपभोक्ता भारत आयात पर अपनी निर्भरता कम कर सकेगा।
भारत अपनी कच्चे तेल जरूरतों को पूरा करने के लिए 85 प्रतिशत आयात पर निर्भर है। ई20 के उपयोग से दोपहिया वाहनों में कार्बन मोनोऑक्साइड उत्सर्जन में लगभग 50 प्रतिशत और चारपहिया वाहनों में शुद्ध पेट्रोल की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत की कमी आने का अनुमान है।
औसतन 10 प्रतिशत मिश्रण प्राप्त करने का लक्ष्य जून, 2022 में प्राप्त किया गया, जो नवंबर, 2022 की समयसीमा से काफी पहले था।