सूरत : फर्जी नर्सिंग संस्थान के खिलाफ कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ , एनएसयूआई ने नकली नोट फेंककर जताया विरोध
सूरत में संचालित मां कमल नर्सिंग इंस्टीट्यूट पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने और फर्जी तरीके से संचालन का आरोप लगाते हुए, युवा कांग्रेस और एनएसयूआई ने कलेक्टर कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
संस्थान द्वारा छात्रों से ली गई फीस और उनके मूल दस्तावेज़ वापस करने की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया। फर्जीवाड़े के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और संस्थान की जांच के लिए सीबीआई जांच की मांग। छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए न्याय की अपील।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर कार्यालय पर नकली नोट फेंककर संस्थान की धोखाधड़ी के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी की और संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए बैनर लहराए। प्रदर्शन में संस्थान के पीड़ित छात्रों ने भी हिस्सा लिया, जो अपने दस्तावेज़ और फीस वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
संस्थान 20 वर्षों से अधिक समय से संचालित है और कथित तौर पर छात्रों को बैंगलोर इंस्टीट्यूट के नाम पर पढ़ाई कराता है। छात्रों के मूल दस्तावेज़ जमा कर उन्हें गलत तरीके से बंधक बनाया गया। गरीब और आदिवासी समुदाय के छात्रों के साथ धोखाधड़ी की गई।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सोलंकी ने कहा छात्रों के मूल दस्तावेज वापस किए जाएं।संस्थान से ली गई फीस लौटाई जाए। फर्जीवाड़े के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और इसकी सीबीआई जांच हो।
नरेंद्र सोलंकी ने आरोप लगाया कि गुजरात में भाजपा के शासन में फर्जीवाड़ा बढ़ा है। उन्होंने मां कमल नर्सिंग इंस्टीट्यूट को आदिवासियों और गरीबों के भविष्य को अंधकारमय बनाने का दोषी ठहराया।
इस विरोध प्रदर्शन ने छात्रों के अधिकारों और उनके भविष्य की सुरक्षा की मांग को सामने रखा है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और संस्थान के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।