सूरत : सेवा के क्षेत्र में सेवा फाउंडेशन की अनूठी पहल, गौ सेवा के लिए 56 भोग नए साल की नई शुरुआत

गाय हमारी कृषि और पर्यावरण का आधार है और उनकी सेवा हमें अपनी परंपराओं और मूल्यों से जोड़ती है

सूरत : सेवा के क्षेत्र में सेवा फाउंडेशन की अनूठी पहल, गौ सेवा के लिए 56 भोग नए साल की नई शुरुआत

 सेवा और श्रद्धा का अनुपम संगम सेवा फाउंडेशन 1 जनवरी 2025 को एक विशेष आयोजन कर रहा है, जिसमें गौ माता को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने और समाज में गौ सेवा के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्देश्य गौ सेवा हमारी संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है। गाय को प्रकृति और मानव जीवन का पोषक माना गया है। इस पहल के माध्यम से समाज को गौ माता के महत्व और उनके संरक्षण की आवश्यकता का संदेश देने के साथ ही श्रद्धा और सेवा की भावना से नए साल की सकारात्मक शुरुआत करना और समाज में समर्पण और नैतिक मूल्यों को पुनर्स्थापित करना है।

नए वर्ष नई किरणों के साथ बुधवार को सुबह 8:30 बजे से मेहंदीपुर बालाजी मंदिर स्थित गोशाला में गौ माता को विभिन्न प्रकार के पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजनों का गौ सेवा के लिए 56 भोग अर्पित किया जाएगा। इसमें हरी सब्जियां, फल, मिठाइयाँ, मेवा, रोटियाँ, लापसी, खिचड़ी और अन्य प्रसाद शामिल होंगे। इस दरम्यान आध्यात्मिक भजन के पश्चात गौ माता को 56 भोग अर्पण किया जाएगा। इसके बाद आरती एवं महाप्रसाद वितरण किय़ा जाएगा। 

फाउंडेशन के राजीव ओमर ने बताया कि गौ सेवा न केवल सकारात्मकता और सौहार्द्र को बढ़ावा देती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और जैविक जीवनशैली को भी प्रोत्साहित करती है। गाय हमारी कृषि और पर्यावरण का आधार है और उनकी सेवा हमें अपनी परंपराओं और मूल्यों से जोड़ती है। इस पवित्र आयोजन में सभी लोगों की भागीदारी महत्वपूर्ण है। यह आयोजन हमें अपनी संस्कृति और पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। उन्होंने गौ सेवा के इस पुण्य कार्य का हिस्सा बनकर नए साल की शुरुआत सेवा और श्रद्धा से करने की अपील की है। 

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