सूरत : नानीबाई के मायरो में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, भक्ति भाव में झूमे श्रोता

जब भगवान मायरो लेकर आते हैं तो श्रद्धालु खुशी से झूम उठते हैं

सूरत : नानीबाई के मायरो में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, भक्ति भाव में झूमे श्रोता

श्री श्याम भक्त मित्र मंडल द्वारा 35वें वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को आयोजित एक दिवसीय नानी बाई के मायरो का शुभारंभ मुख्य यजमान संजय सरावगी द्वारा ज्योत प्रवजलन से किया गया। कार्यक्रम सिटीलाईट स्थित माहेश्वरी भवन के कृष्ण कुंज हॉल में भजन गायक अमित शेरा वाला द्वारा  गणेश वंदना से शुरु हुआ। बाबा को 56 भोग अर्पित कियए गये और फूलों की होली, बृजरास एवं धमाल आदि कार्यक्रम हुए। उसके बाद कोलकाता के भजन गायक श्याम अग्रवाल ने नानी बाई के मायरो के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए ऐसी समा बांधी कि लोग मंत्र मुग्ध होकर भाव विभोर हो गए। उन्होंने कहा कि अगर श्रद्धा अटूट हो तो सांवरा जरूर भक्तों के दुख दूर करता है।  

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मायरो भरने कि रस्म यजमान लक्ष्मीकांत टीबडा ने पूरी की। इस बीच भजन गायक ने हेलो सुणजो थे दीनदयाल थोरे बिन कुण करे मारी रुखाल... विराजी आया भरण ने मायरो आदि भजनों से श्रद्धालु भाव विभोर हो गये। नानी बाई जब हार कर भजन गाती है कि कोई ना सुने मारी की ने सुनाऊं हिवड़ा री पीड़ मा री की न दिखाऊं तो हर भक्त की आँखें नम हो गई.. और जब नानी बाई हार कर मरने जाती है तब भगवान कृष्ण उसको बचाने आते हैं तो भक्तों का रोम-रोम खडा हो गया और जब भगवान मायरो लेकर आते हैं तो श्रद्धालु खुशी से झूम उठते हैं।  

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अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल ने बताया कि नए साल में संस्था धार्मिक कार्यों के अलावा कई समाज सेवा के कार्य भी करने जा रही है जिनको सफल बनाने के लिए संस्था में महिलाओं को भी न्यूनतम सहयोग राशि में सदस्य बनाया जाएगा इस उत्सव से प्राप्त फण्ड को भी समाज सेवा में ही उपयोग में लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंडल के 35वें वार्षिक उत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम की सफलता के पीछे पूरे सरंक्षक मण्डल और कार्यकारिणी की मेहनत थी। इस अवसर पर शहर के अनेक गणमान्य महानुभावों सहित बड़ी संख्या में श्रोतागण उपस्थित थे। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने वाले सभी सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट किया। 

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