सूरत : बाहर की कपड़ा मंडियों के व्यापारियों का आवागमन शुरू 

सुस्त कारोबार के बीच तेजी की आहट, कारोबार को संवारने में जुटे हैं कपड़ा उद्यमी 

सूरत : बाहर की कपड़ा मंडियों के व्यापारियों का आवागमन शुरू 

सूरत टेक्सटाइल मार्केट में नए सीजन की शुरुआत से पूर्व तेजी के संकेत मिलने लगे हैं। दिसंबर के चौथे सप्ताह से ही बाहर की कपड़ा मंडियों के कपड़ा व्यापारी सूरत की ओर रुख करने लगे हैं। जो व्यापारी सूरत आ रहे हैं वह अपने ऑर्डर बुक कराकर चले जा रहे हैं। कारण कि अभी सूरत के कपड़ा व्यापारियों के पास नए स्टॉक तैयार नहीं हो पाए हैं। व्यापारियों के आगमन के साथ आगामी दिनों में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद के साथ कपड़ा कारोबारी अपने कारोबार को संवारने में लगे हुए हैं।

उत्तरायण के बाद उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों से बढ़ेगी सूरत के कपड़ों की मांग : प्रहलाद अग्रवाल  

आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत (आकाश) के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने बताया कि बाहर के व्यापारी अब सूरत आने लगे हैं। हांलाकि उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों में अभी गर्म कपड़ों की बिक्री अधिक होने से वहां के कपड़ा व्यापारी लुधियाना से गर्म कपड़े खरीद रहे हैं। यही नहीं बल्कि सितंबर के अंतिम सप्ताह तथा अक्टूबर के पहले सप्ताह से उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों के कपड़ा कारोबारी ग्रर्म कपड़ों की खरीदी शुरु कर देते हैं और दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक गर्म कपड़ों की खरीदी करते हैं। कारण कि उत्तर भरत में जनवरी भर तेज ठंड होने के साथ फरवरी के दूसरे सप्ताह तक ठंड बनी रहती है।  

उन्होंने कहा कि उत्तर भारत की मंडियों के कपड़ा कारोबरी लुधियाना से गर्म कपड़ों की खरीदी नकद में करते हैं। कारण कि लुधियाना में सूरत कपड़ा मंडी की तरह उधार नहीं मिलता है। वहां का कारोबार नकद में ही होते हैं। यही कारण उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों के कपड़ा व्यापारी सूरत के कारोबारी को भुगतान करने की बजाय लुधियाना से नकद में गर्म कपड़े खरीदते हैं। अब जनवरी से सूरत के व्यापारियों को भुगतान करना शुरु करेंगे। उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों का यह ट्रेंड दशकों से बनी हुई है। उत्तरायण के बाद उत्तर भारत की कपड़ा मंडियों से पेमेंट भी आने शुरू हो जाएंगे और वहां के व्यापारी भी बड़ी संख्या में सूरत की ओर रुख करेंगे।

बाहर के व्यापारी आ रहे हैं लेकिन डिस्पैचिंग में सुधार नहीं : युवराज देसले  

सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रमुख युवराज देसले ने बताया कि बाहर की कपड़ा मंडियों के व्यापारी सूरत तो आ रहे हैं, लेकिन डिस्पैचिंग में अभी सुधार देखने को नहीं मिल रहा है, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कपड़ा व्यापारियों के यहां अभी माल तैयार नहीं हो पाया है। कारण कि दीपावली से पूर्व लगभग सभी कपड़ा व्यापारियों के स्टॉक समाप्त हो गये थे। भले ही हाल में सुस्त कारोबार का माहौल देखने को मिल रहा है, लेकिन आगामी दिनों में अच्छी ग्राहकी के संकेत मिल रहे हैं।  

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