सूरत : अमृत महोत्सव श्रीमद् भागवत कथा का फूलों की होली के साथ हुआ समापन
श्री श्याम मंदिर सूरत धाम में कथा के दौरान वृंदावन के कलाकारों द्वारा फूलों की होली एवं महारास प्रस्तुत किया
श्री श्याम सेवा ट्रस्ट द्वारा वीआईपी रोड़ स्थित श्री श्याम मंदिर, सूरतधाम में आयोजित अमृत महोत्सव के अंतिम दिन सोमवार को श्रीमद् भागवत कथा का समापन फूलों की होली के साथ हुआ। कथा के दौरान वृंदावन के कलाकारों द्वारा फूलों की होली एवं महारास प्रस्तुत किया गया। इस दौरान "होली खेल रहे बांके बिहारी..." एवं "बांके बिहारी की देख छटा, मेरे मन है गयो लटा-पटा..." पर भक्त भाव विभोर होकर नाचने लगे। इसके पश्चात हवन पूजा का आयोजन किया गया।
सोमवार को श्रीमद् भागवत कथा में व्यासपीठ से गौरव कृष्ण गोस्वामी ने कृष्ण सुदामा प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि अशान्त व्यक्ति सुखी नहीं रह सकता। जीवन में कितना भी धन, ऐश्वर्य की सम्पन्नता हो लेकिन यदि मन में शान्ति नहीं है तो वह व्यक्ति कभी भी सुखी नहीं रह सकता। वहीं जिसके पास धन की कमी भले ही हों सुख सुविधाओं की कमी भी हो परन्तु उसका मन यदि शान्त है तो वह व्यक्ति वास्तव में परम सुखी है। व्यक्ति अपना मूल्य समझे और विश्वास करे कि हम संसार के सबसे महत्व पूर्ण व्यक्ति है तो वह हमेशा कार्यशील बना रहेगा। क्योंकि समाज में सम्मान अमीरी से नहीं ईमानदारी एवं सज्जनता से प्राप्त होता है।
आयोजन के अंतिम दिन श्री श्याम सेवा ट्रस्ट के कार्यकारिणी द्वारा महाराज का सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया। इस मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष कैलाश हाकिम, सचिव राजेश दोदराजका, कोषाध्यक्ष केदारमल अग्रवाल आयोजन के संयोजन प्रकाश तोदी, सुशील गाड़ोदिया, कमल टाटनवाला, ओमप्रकाश सिहोटिया, महेश अग्रवाल सहित अनेकों सदस्य उपस्थित रहे।