सूरत : ग्लोबल मार्केट में असमंजस की स्थिति से सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी
पिछले डेढ़ महीने से सोने-चांदी की कीमतों में सतत गिरावट
पिछले दो महीने से सोने-चांदी के भाव में उतार चढ़ाव जारी है। केन्द्र सरकार द्वारा आम बजट में टेक्स में राहत देने के बाद सोने-चांदी के भाव न्यूनतम स्तर पर आ जाने के 2 महीने बाद सोने-चांदी की कीमतें बढ़ने लगी जो उच्च स्तर सोना 82000 रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा पार कर गया था, जबकि चांदी 1 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी थी, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में उहापोह की स्थिति होने से भारतीय बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। मार्केट समीक्षकों की मानें तो पिछले डेढ़ महीने से सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट जारी है।
सोने की कीमत में और भी गिरावट संभव : रिषभभाई संघवी
शहर के घोड़दौड़ रोड स्थित राजरतन ज्वेलर्स के रिषभभाई संघवी ने बताया कि आगामी दिनों में सोने की कीमत में और भी गिरावट की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। हालांकि बीते तीन-चार दिनों से 77000 से 78000 प्रति 10 ग्राम के बीच सोने की कीमत ट्रेंड कर रहा है। हाल के दिनों में ग्राहकी थोड़ी मंद जरूर है, लेकिन आगामी दिनों में ग्राहकी के आसार हैं। उन्होंने कहा ग्लोबल मार्केट में असमंजसता की स्थिति से भाव टूटने की संभावना है।
सोने की कीमत में बहुत कम-ज्यादा होने की संभावना नहीं : बासुदेव अधिकारी
सूरत बंगाली समाज वेलफेयर ट्रस्ट के प्रमुख एवं कोलकाता ज्वेलरी वर्कशॉप के बासुदेव अधिकारी ने लोकतेज से बताया कि सोने की कीमत पिछले दो सप्ताह से 77000 से 78000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच घूम रही है। हालांकि दीपावली के एक महीने बाद अच्छा काम था। इन दिनों थोड़ा सुस्त काम है, लेकिन उत्तरायण के बाद अच्छे काम की उम्मीद है। कारण कि उत्तरायण के बाद शादी-विवाह के मुहूर्त होने से बड़ी संख्या में देशभर में शादियां होंगे। भारतीय परंपरा में सोने की वस्तु शगुन के रुप में शादी में दिये जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अब लोग समझ चुके हैं कि सोने की कीमत में बहुत कम-ज्यादा होने की संभावना नहीं है। इसलिए लोग खरीदी भी कर रहे हैं। सोने की कीमत 75 से 80 के बीच में ही ट्रेंड करेगा। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ भी हो सकता है, लेकिन एक अनुमान के अनुसार 75000 से 80 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच में ही सोने की कीमत रह सकता है। उन्होंने कहा कि इंडोर स्टेडियम में आयोजित स्पार्कल का भी बहुत अच्छा रिस्पॉन्स रहा। यहां के ज्वैलरी उद्योग के लिए इस तरह के आयोजन फलीभूत होते हैं। रविवार को अवकाश होने से बड़ी संख्या में लोग इस एग्जीबिशन का लाभ लिया।
अमेरिकी दबाव में टूटी चांदी, ग्राहकी पर कोई प्रभाव नहीं : महेश रुंगटा
शहर के घोड़दौड़ रोड स्थित चांदी की वस्तुओं के कारोबारी महारानी के डायरेक्टर महेशभाई रूंगटा ने लोकतेज से बताया कि चांदी की कीमतों में निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि रविवार को 88 हजार रुपये प्रति किलो दर्ज की गई है। अमेरिकी चुनाव में वर्तमान सरकार की हार के बाद से ही सोने-चांदी की कीमतें लुढ़कने लगे। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी दबाव के कारण चांदी की कीमत टूटी है। मार्केट इन दिनों थोड़ा डाउन है लेकिन कोई विशेष प्रभाव नहीं है। हाल में थोड़ा सुस्त कारोबार है, लेकिन मंदी के आसार नहीं है। चांदी के बर्तनों की खूब मांग होने की संभावना है। महेशभाई ने कहा कि जब चांदी की कीमत 1 लाख तक पहुंच चुका था तब भी ग्राहकी में कोई विशेष प्रभाव नहीं देखने को मिला था। इसलिए आगामी दिनों में कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच भी ग्राहकी के आसार हैं।