सूरत : 5300 से अधिक हाथों पर सजी मेहंदी बनी बेटियों के चेहरे पर खुशी का रंग
पी.पी. सवाणी ग्रुप के मेहंदी रसम कार्यक्रम में बेटियों को मिला पिता समान आशीर्वाद
सूरत। पीपी सवाणी ग्रुप द्वारा आगामी 14-15 दिसंबर को आयोजित पियरीयु विवाह उत्सव के तहत गुरुवार को अब्रामा गांव स्थित पीपी सवाणी चैतन्य विद्या कॉम्प्लेक्स में मेहंदी रसम का आयोजन किया गया। गुलाबी ठंड के बीच इस भव्य आयोजन में 111 बेटियों के साथ उनकी बहनों, माताओं और पूर्व विवाहित बेटियों समेत 5300 से अधिक महिलाओं ने मेहंदी लगाई।
इस अवसर पर पी.पी. सवाणी परिवार के प्रमुख महेशभाई सवाणी ने अपनी बेटियों को पिता जैसा स्नेह देते हुए खुद घंटों बैठकर उनके हाथों में मेहंदी लगाई। महेशभाई ने कहा, "मेरी बेटियां कभी आलसी जीवन नहीं जिएंगी। मैं उनकी आजीवन जिम्मेदारी उठाने का वादा करता हूं। जिस तरह मेहंदी के रंग और खुशबू हाथों को सुंदर बनाते हैं, वैसे ही बेटियों को अपने वैवाहिक जीवन में सौंदर्य और खुशहाली लाने का प्रयास करना चाहिए।"
महेशभाई ने बेटीओं से कहा कि सास-ससूर को माँ-बाप के समान स्वीकारने की प्रेरणा दी और सास ससूर से कहा कि बेटी और बहु के बीच भेदभाव न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा हो सके तो हर घर में खुशहाली आ सकती है।
इस आयोजन में सूरत जिला डीडीओ शिवानी गोयल, सूरत सिटी पुलिस डीसीपी हेतल पटेल, अमिताबेन वनानी और भक्तिबेन ठाकर ने विशेष रूप से शिरकत की। साथ ही अहमदाबाद और सूरत के प्रसिद्ध मेहंदी कलाकारों, जैसे ख़ुशीबेन पटेल, अवनिबेन ढोलारिया, और चैतालीबेन खूंट ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
नेहाबेन द्वारा गाया गीत 'पियरियां याद मने बहू आई इस अवसर पर लॉन्च किया गया, जिससे माहौल और भी रंगीन बन गया। रुदा गीतों की मधुर ध्वनियों के बीच बेटियों के चेहरों पर सजीव मुस्कान हर दिल को छू रही थी।
महेशभाई सवाणी ने यह विश्वास दिलाया कि बेटियों की हर मुश्किल घड़ी में पी.पी. सवाणी परिवार हमेशा उनके साथ रहेगा। इस आयोजन ने न केवल बेटियों के जीवन में नई उमंग भरी, बल्कि समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच का प्रसार भी किया।