सूरत : आयुष्मान हार्ट एंड वेलनेस सेंटर ने जीनसूत्र लॉन्च किया

भारत में अग्रणी निवारक और व्यक्तिगत जीनोमिक्स

सूरत : आयुष्मान हार्ट एंड वेलनेस सेंटर ने जीनसूत्र लॉन्च किया

सूरत : डॉ. कमलदीप चावला और डॉ. आकाशकुमार सिंह, इंडियन डायबिटीज एंड कार्डियोमेटाबोलिक एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में, आयुष्मान हार्ट एंड वेलनेस सेंटर ने एक अभूतपूर्व निवारक और व्यक्तिगत जीनोमिक्स ब्रांड, जीनसूत्र का शुभारंभ करने की घोषणा की है। यह पहल क्लिनिक को भारत के पहले हार्ट एंड वेलनेस सेंटर्स में से एक बनाती है, जो अपनी प्रैक्टिस में जीनोमिक्स के अध्ययन को गहराई से करने के लिए एकीकृत करती है, साथ ही कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएएमडी), डायबिटीज, मोटापा आदि जैसे अन्य दीर्घकालिक बीमारियों के प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाती है। आयुष्मान हार्ट एंड वेलनेस सेंटर, वडोदरा में तीसरा मंजिल श्याम एरेना, संपतराव कॉलोनी, लक्ष्मी हॉल लेन, आरसी दत्त रोड अलकापुरी में स्थित है।

जीनसूत्र: जीनोमिक्स-संचालित नवीनता

वेलीटिक्स द्वारा संचालित, एक अग्रणी व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीनोमिक्स कंपनी, जीनसूत्र श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ आनुवंशिक अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और कुशलता का लाभ उठाती है। वेलीटिक्स जीनसूत्र की शुरूआतों के लिए आधार प्रदान करती है, जिसमें शामिल हैं:

मोनोजेनिक वेरिएंट्स: वंशानुगत विकृतियों के लिए जोखिमों की पहचान।
पॉलीजेनिक रिस्क स्कोर्स (पीआरएस): सामान्य रोगों के लिए जोखिम का मूल्यांकन।
फार्माकोजीनोमिक्स: व्यक्तिगत दवाओं की योजनाओं को सक्षम करना।
न्यूट्रिजीनोमिक्स: व्यक्ति की आनुवंशिक प्रोफाइल के अनुरूप पोषण योजनाएं बनाना।
डॉ. कमलदीप चावला और डॉ. आकाशकुमार सिंह ने आगे कहा कि, सहयोग जीनसूत्र को सटीक और चिकित्सकीय रूप से कार्यात्मक आनुवंशिक अंतर्दृष्टि प्रदान करने में सक्षम बनाता है, जिससे स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को अत्यंत व्यक्तिगत, पुरावा-आधारित देखभाल प्रदान करने के लिए सशक्त बनाता है।

भारतीय स्वास्थ्य सेवा के लिए वेलनेस-केंद्रित दृष्टिकोण

जीनसूत्र का वेलनेस-फर्स्ट ध्यान केंद्रित हार्ट अटैक, आर्टिरियल फाइब्रिलेशन, डायबिटीज (MODY सहित), सडन कार्डियैक डेथ और डिस्लिपिडेमिया सहित गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों के लिए आनुवंशिक प्रवृत्ति का व्यापक मूल्यांकन प्रदान करता है - ऐसी स्थितियां जो विशेष रूप से भारतीय आबादी में प्रचलित हैं।

निवारक देखभाल में जीनोमिक्स को एकीकृत करके, जीनसूत्र चिकित्सकों को निम्नलिखित की अनुमति देता है:

संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को सक्रिय रूप से पहचानें और उसका प्रबंधन करें।
अत्यंत व्यक्तिगत उपचार और दवाओं की योजनाएं विकसित करें।
परिणामों को सुधारने के लिए अनुकूल जीवनशैली और पोषक परिवर्तनों की सिफारिश करें।
आयुष्मान हार्ट एंड वेलनेस सेंटर के निदेशक डॉ. कमलदीप चावला और डॉ. आकाशकुमार सिंह, इंडियन डायबिटीज एंड कार्डियोमेटाबोलिक एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि, "जीनसूत्र रोगी की देखभाल में एक नए युग का प्रतिनिधित्व करता है। अद्यतन जीनोमिक अंतर्दृष्टि के साथ, हम लक्षणों के उपचार से आगे बढ़कर क्रोनिक रोगों के मूल कारणों को संबोधित कर सकते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रत्येक रोगी को शक्य

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