सूरत : रेलवे स्टेशन 2026 तक मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब बनने की दिशा में कदम
प्लेटफॉर्म नंबर 4 का काम पुरा हो चुंका, 2 और 3 का निर्माण अगले 98 दिनों में पूरा किया जाएगा
सूरत। सूरत सेंट्रल रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय सुविधाओं और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करने के उद्देश्य से मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। रेलवे, राज्य सरकार और सूरत नगर निगम इस परियोजना को 2026 के अंत तक पूरा करने की दिशा में समर्पित रूप से काम कर रहे हैं।
एमएमटीएच की प्रमुख विशेषता सुविधाओं का एकीकरण है। यह परियोजना बस, मेट्रो रेल, बीआरटीएस, और रेलवे सेवाओं को एक छतरी के नीचे लाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यात्री विभिन्न परिवहन साधनों के बीच निर्बाध रूप से स्थानांतरित हो सकेंगे।
सूरत रेलवे स्टेशन पर आधुनिक संरचना और निर्माणकार्य किया जा रहा है। जिसमें 62,129 वर्ग मीटर पर ईस्ट स्टेशन बिल्डिंग और 26,297 वर्ग मीटर पर वेस्ट स्टेशन बिल्डिंग। 33,188 वर्ग मीटर पर जीएसआरटीसी बस स्टेशन। 5.5 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर जो पूर्व-पश्चिम स्टेशन इमारतों और फ्लाईओवरों को जोड़ेगा।
यात्री सुविधा और मनोरंजन क्षेत्र भी इस हब मे होगा। बीआरटीएस/सिटी बस टर्मिनल,पार्किंग जोन, वाणिज्यिक भवन और मनोरंजन क्षेत्र, स्काईवॉक और पैदल यात्री प्लाजा।
यह परियोजना खुदरा और रियल एस्टेट को बढ़ावा देने के साथ रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी। स्टेशन के आसपास ट्रैफिक की समस्या का समाधान होगा।
वर्तमान में रेलवे स्टेशन पर कार्य प्रगति पर चल रहा है। जिसके अंतर्गत प्लेटफॉर्म नंबर 4 का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। प्लेटफॉर्म नंबर 2 और 3 का निर्माण अगले 98 दिनों में पूरा किया जाएगा।
पुरे क्षेत्र का निर्माण होने पर परिवहन कनेक्टिविटी में सुधार होगा। यात्री सीधे एमएमटीएच से पूर्व रेलवे स्टेशन, पश्चिम रेलवे स्टेशन, एसटी बस, सिटी बस-बीआरटीएस बस और मेट्रो सेवाओं में स्थानांतरित हो सकेंगे। इसके लिए यात्रियों को स्टेशन परिसर से बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
सूरत का यह रेलवे स्टेशन बेहतर कनेक्टिविटी और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ एक नया आयाम स्थापित करेगा। यह परियोजना न केवल सूरत के नागरिकों को बल्कि यात्रियों और पर्यटकों को भी उच्च स्तरीय अनुभव प्रदान करेगी।