सूरत : गोडादरा में विप्रसेना का सद्बुद्धि यज्ञ, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ उठी आवाज
चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी और इस्कॉन मंदिरों पर हमलों के विरोध में प्रार्थना
सूरत। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओ पर पिछले कुछ महीनों से अत्यंत अत्याचार हो रहा है। वहां पर चिन्मय कृष्णदास प्रभु नाम के सन्यासी की बिना वजह गिरफ्तारी की गई है तथा इस्कॉन संस्था के अग्रणियों को अन्यान्य तरीको से परेशान किया जा रहा है।
इस्कॉन संस्था के मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। इसके अलावा सूरत के कपड़ा व्यापारियों की काफी बड़ी रकम बांग्लादेश में फंस गई है जिसकी वजह से आर्थिक रूप से वो काफी परेशान है। इन्ही सभी बातों को मद्देनजर रखते हुए विप्रसेना द्वारा गोड़ादरा स्थित कार्यालय पर सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। इस यज्ञ के द्वारा ईश्वर से प्रार्थना की गई कि वर्तमान परिस्थिति में आये हुए इस संकट से सभी की रक्षा करे।
विप्रसेना के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि हिन्दू धर्म सदैव सहिष्णुता सिखाता है। बांग्लादेश में जब आवश्यकता थी तब इन्ही हिन्दू संघठनो ने वहां पर बिना किसी भेदभाव के सेवा कार्य किये थे। आज उन्हें ही प्रताड़ित किया जा रहा है जो अत्यंत दुखद है। विप्रसेना सूरत अध्यक्ष कृष्णमुरारी शर्मा ने बांग्लादेश त्रासदी पर दुख प्रगट करते हुए बताया कि भारत सरकार को इस विषय पर हस्तक्षेप करके वहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
सूरत युवाध्यक्ष जय शर्मा ने बताया कि हम ईश्वरवादी व्यक्ति है तथा पहली तथा आखिरी आशा हम सदैव ईश्वर से ही करते है, इसी भावना से हमने यज्ञ द्वारा प्रार्थना की है कि ईश्वर बांग्लादेश के हिन्दू अल्पसंख्यकों की रक्षा करे।
सूरत नगर निगम के स्लम समिति के अध्यक्ष विजय चौमाल ने कहा कि अनादिकाल से यज्ञ का विशेष महत्व रहा है, हमारे ऋषि मुनि यज्ञ द्वारा सज्जन शक्ति की रक्षा करते हुए दुर्जनो का विनाश करते थे, उसी को ध्यान में रखते हुए विप्रसेना द्वारा यज्ञ का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में कन्हैया लाल पालीवाल, रमेश शर्मा, कन्हैयालाल उपाध्याय, श्रीराम सारस्वत, गौरीशंकर सारस्वत , निर्मल वैष्णव, नेनोश्री टेलर, भरत बोहरा, सुनील शर्मा, प्रितेश वैष्णव, कृष्ण जोशी, श्याम खंडेलवाल, सुरेश पारीक, कैलाश पालीवाल, घनश्याम दायमा, मनोज शर्मा, पुरषोत्तम शर्मा, दीनदयाल शर्मा, रमेश चौधरी, जितेश खंडेलवाल, प्रदीप शर्मा आदि उपस्थित रहे। पं. मनोज शर्मा, पं. दीपक दाधीच, पं. सुशील शर्मा, पं. कमलेश खंडेलवाल, पं कैलाश दाधीच, पं दामोदर शर्मा, पं रवि शर्मा, पं विनोद शर्मा आदि ने मंत्रोच्चार द्वारा आहुतियां दिलवाई। कार्यक्रम के पश्चात सभी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ट्वीट करके इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की।