गांधीनगर : उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के किसानों को मिलेगा नर्मदा का 30,504 एमसीएफटी पानी
रबी फसलों की पूरक सिंचाई के लिए 60 हजार एकड़ कृषि योग्य क्षेत्र को मिलेगा लाभ
गांधीनगर, 21 नवंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के किसानों की रबी सीजन की फसल के लिए पूरक सिंचाई और पेयजल के उद्देश्य से पानी की सुविधा प्रदान करने के लिए नर्मदा का कुल 30,504 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) पानी आवंटित करने का निर्णय किया है।
ज्ञात हो कि नर्मदा मुख्य नहर आधारित उद्वहन पाइपलाइन के माध्यम से उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र में सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई (सौनी) योजना के जरिए सिंचाई और पीने के उद्देश्य के लिए विभिन्न चरणों में नर्मदा के पानी का आवंटन किया जाता है। मुख्यमंत्री ने उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के किसान रबी सीजन के दौरान बड़े पैमाने पर फसलों की बुवाई कर सकें, इस आयोजन के तहत पूरक सिंचाई के लिए तालाबों और चेकडैमों को भरने के लिए नर्मदा के इस पानी को आवंटित करने का किसान हितैषी दृष्टिकोण अपनाया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस संदर्भ में नर्मदा मुख्य नहर आधारित उद्वहन पाइपलाइनों के माध्यम से उत्तर गुजरात क्षेत्र के लिए 16,637 एमसीएफटी और सौराष्ट्र क्षेत्र के लिए 13,867 एमसीएफटी सहित कुल 30,504 एमसीएफटी नर्मदा का पानी 15 मार्च 2025 तक की अवधि के लिए आवंटित करने का किसान-उन्मुख निर्णय किया है। नर्मदा के इस पानी के आवंटन से उत्तर गुजरात क्षेत्र के 952 तालाबों और सुजलाम सुफलाम स्प्रेडिंग नहर तथा सौनी योजना से सौराष्ट्र क्षेत्र के 243 तालाबों एवं 1820 चेकडैमों के जरिए लगभग 60 हजार एकड़ कृषि योग्य क्षेत्र को सिंचाई का लाभ मिलेगा।