सूरत : हवन-यज्ञ के साथ तीन दिवसीय श्रीमद् भागवत श्री कृष्ण कथा की पूर्णाहूति
यजमान एवं श्रद्धालु भक्तों ने डाली आहूतियां
श्री कृष्ण प्रणामी महिला समिति सूरत द्वारा श्रीमद् भागवत श्री कृष्ण कथा का तीन दिवसीय आयोजन श्री देवसर माता मंदिर, मेंहदीपुर बालाजी मंदिर के पास, न्यू सिटी लाइट सूरत में किया था। कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को व्यासपीठ से परम पूज्य श्री श्री 1008 स्वामी सदानंदजी महाराज प्रणामी (वृंदावन) ने भगवान श्रीकृष्ण की बहुत ही मार्मिक प्रसंग का वर्णन किया।
महाराजजी ने कहा कि सतयुग, द्वापर, त्रेता में यज्ञ, तप एवं दान करने पर जो फल प्राप्त होता था, वह फल कलयुग में केवल भगवान के स्मरण मात्र से प्राप्त हो जाता है। कलयुग में केवल नाम ही एक आधार है। जिसका सुमिरन करने से मानव भवसागर से पार हो सकता है। जो कि हमारे सभी संतो ने उस नाम पर जोर दिया है। जिसका जाप करके मानव का पूर्ण मोक्ष हो सकता है। वह वास्तविक नाम कोई और नही बल्कि वह नाम उस आदिराम पूर्ण परमात्मा का हैं। जिसका जाप करके मानव अपने जीवन का हर एक सुख और शांति प्राप्त कर सकता है। जो उसके जीवन के लिए मोक्ष दाई हैं।
कथा के पश्चात हवन-यज्ञ हुआ, जिसमें यजमानों, समिति की बहनों सहित उपस्थित सभी श्रद्धालु भक्तों ने आहूतियां डाली। समिति की मंजू अग्रवाल एवं रमा डागा ने आयोजन में सहयोगी हुए के प्रति आभार प्रकट किया। कथा समापन के पश्चात समाजसेवी सुरेश अग्रवाल, परमानंद बंसल सहित अनेक महानुभावों ने महाराजजी का शॉल ओढ़ाकर सम्मान कर आशीवार्द लिया।