सूरत : दो दिनों में रत्नकलाकारों को लेकर 300 से ज्यादा बसें हुई रवाना

सौराष्ट्र और उत्तरगुजरात के लिए अतिरिक्त बसों से एसटी विभाग को 45 लाख से अधिक आय

सूरत : दो दिनों में रत्नकलाकारों को लेकर 300 से ज्यादा बसें हुई रवाना

सूरत के हीरा और अन्य उद्योगों में दिवाली की छुट्टियां शुरू होने पर 26 अक्टूबर से एसटी द्वारा अतिरिक्त बसों की सुविधा दी गई है। पहले दो दिनों में 300 से अधिक बसें रत्नकलाकारों को उनकी मातृभूमि सौराष्ट्र उत्तरगुजरात तक ले जाने के लिए कापोद्रा धारुकावाला कॉलेज मैदान से रवाना हुई हैं। अतिरिक्त बसों से एसटी विभाग को 45 लाख से अधिक की आय हुई है।

एस.टी. आपके द्वार तक के तहत अंबा तलावडी और धारुका कॉलेज ग्राउंड के पास नीरू फार्म से अपने वतन जाने वाले कतारगाम के यात्री बस से घर जा रहे हैं। हीरा उद्योग में मंदी के कारण, इस बार निजी लक्जरी किराये जौहरी परिवारों के लिए वहन करने योग्य नहीं थे, जिससे एसटी में अधिक आवाजाही देखी गई। 400 से अधिक बसें ऑनलाइन बुक की गईं और एक बस के यात्री शेष स्थान पर पहुंचने के बाद बस को उठाया जाता है।

भावनगर, सावरकुंडला, अमरेली, धारी, राजकोट, गोंडल, गरियाधर सहित मार्गों पर बसों का निर्बाध प्रवाह जारी रहा। अगले दो दिनों में ज्यादातर लोग सौराष्ट्र चले जायेंगे। प्राइवेट लकझरी बस में डबल सोफे के लिए यात्रियों को  त्यौहारी सिजन में 2200 से 3000 रुपये चुकाने पडते थे। दूसरी ओर, एसटी में एक व्यक्ति को 360 या इसके आसपास का टिकट दिया जाता है।

निजी बसों की तुलना में एसटी द्वारा 50 प्रतिशत किराए में गांवों तक पहुंचाता है। पिछले दो दिनों से सूरत से गुजरात के विभिन्न शहरों और गांवों के लिए अतिरिक्त एसटी बसें चलाई जा रही हैं। पिछले दो दिनों में 240 से अधिक बसों से करीबन 13000 लोग अपने गृहनगर पहुंचे। इन यात्रियों से सूरत एसटी विभाग को 45 लाख की कमाई हुई है।

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