सूरत : एसजीसीसीआई और बीआईएस द्वारा 'सुरक्षा और अनुपालन का बीमा' पर सत्र आयोजित 

ग्राहकों में विद्युत उपकरण खरीदते समय बीआईएस प्रमाणीकरण की जांच का अभाव : नीरव मंडलेवाला

सूरत : एसजीसीसीआई और बीआईएस द्वारा 'सुरक्षा और अनुपालन का बीमा' पर सत्र आयोजित 

सूरत: दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) की एक संयुक्त पहल पर मंगलवार 22 अक्टूबर 2024 को शाम 05:30 बजे, संहति, सरसाना, सूरत में 'सुरक्षा और अनुपालन का बीमा' पर एक जागरूकता सत्र आयोजित किया गया, जिसमें  निखिल राज, संयुक्त निदेशक, बीआईएस सूरत और धनराज, उप निदेशक, बीआईएस सूरत ने उद्यमियों को बीआईएस नियमों के बारे में जानकारी दी। 

चैंबर ऑफ कॉमर्स के मानद मंत्री नीरव मांडलेवाला ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा, बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है, जो यह सुनिश्चित करने के लिए स्थापित किया गया है कि उत्पाद आवश्यक गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं। विद्युत उत्पादों के लिए बीआईएस मानकों का अनुपालन न करने से आग लगने का खतरा, बिजली का झटका या उपकरण विफलता सहित गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में आवासीय और वाणिज्यिक परिसरों में आग से संबंधित 30% से अधिक घटनाएं बिजली के शॉर्ट सर्किट के कारण हुई हैं, जो सुरक्षा मानदंडों का पालन करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। 200 से अधिक विद्युत उपकरणों के लिए बीआईएस प्रमाणीकरण अब अनिवार्य है। उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि केवल 60% उपभोक्ता विद्युत उपकरण खरीदते समय सक्रिय रूप से बीआईएस प्रमाणीकरण की जांच करते हैं, जो अधिक जागरूकता की आवश्यकता को दर्शाता है।

 निखिल राज ने कहा कि सभी बीआईएस उत्पाद तकनीकी प्रभागीय परिषद द्वारा निर्मित किये जाते हैं। बीआईएस द्वारा 23,000 से अधिक मानक तैयार किए गए हैं। इन मानकों में उत्पाद मानक और परीक्षण की विधि जैसे मानक शामिल हैं। वर्ष 2023-24 में लगभग 920 नये मानक बनाये गये हैं। जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों को भी शामिल किया गया है। 

 धनराज कराड़े ने कहा कि विद्युत उत्पादों के लिए दो प्रकार के सुरक्षा मानक हैं। पहला रूटीन टेस्ट (जो हर उत्पाद पर किया जाता है।) और टाइप टेस्ट (जो उत्पाद या प्रक्रिया में संशोधन के मामले में किया जाता है।) घरेलू उपकरण और औद्योगिक साइट पर रूटीन टेस्ट सुरक्षा बनाए रखता है। 

इस सत्र में चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष दिलीप चश्मावाला, चेम्बर के सदस्य एवं उद्यमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन चैम्बर की सराफा समिति के अध्यक्ष नैनेश पच्चीगर ने किया। बीआईएस सूरत कार्यालय के वरिष्ठ निदेशक और प्रमुख  एस.के. सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। अंत में वक्ता द्वारा उपस्थित लोगों के सभी प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर दिया गया। चैंबर के खुदरा व्यापार समिति के अध्यक्ष  प्रमोद भगत ने उपस्थित सभी को धन्यवाद दिया और फिर कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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