अदाणी फाउंडेशन ने मछुआरा समुदाय को दी नई उड़ान

गांधीनगर में मछुआरों की सफलता की कहानियों पर आधारित पुस्तक का विमोचन

अदाणी फाउंडेशन ने मछुआरा समुदाय को दी नई उड़ान

सूरत: अदाणी फाउंडेशन ने मुंद्रा के मछुआरा समुदाय के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव लाकर एक मिसाल कायम की है। इसी सफलता की कहानी को गांधीनगर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रकाशित किया गया। मत्स्य पालन विभाग गांधीनगर के विभाग निदेशक डॉ. नरेंद्र मीना ने मछुआरा समुदाय की सफलता पर आधारित एक विशेष पुस्तक का विमोचन किया।

मुंद्रा के लगभग 6500 मछुआरों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अदाणी फाउंडेशन ने कई योजनाएं लागू की हैं। यह पुस्तक उन मछुआरों की कहानियों का संग्रह है जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी सफलता के झंडे गाड़े। ये कहानियां समाज के लिए प्रेरणादायी हैं और यह दिखाती हैं कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों से कोई भी व्यक्ति अपनी जिंदगी बदल सकता है।

मत्स्य पालन विभाग के निदेशक डॉ. नरेंद्र मीना ने अदाणी फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, "सरकार की कई योजनाएं मछुआरा समुदाय के लिए हैं, लेकिन अदाणी फाउंडेशन इन योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है।" उन्होंने अदाणी विद्या मंदिर भद्रेश्वर के विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व के बारे में भी बताया।

अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन डॉ. प्रीतिबेन अदानी ने मछुआरा समुदाय के लोगों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन का लक्ष्य मछुआरा समुदाय को शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास के क्षेत्र में सशक्त बनाना है ताकि उनकी आने वाली पीढ़ी एक बेहतर जीवन जी सके।

अदाणी फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक, वसंत गढ़वी ने बताया कि, "हम 28 से अधिक वर्षों से मुंद्रा में सामाजिक बदलाव के लिए काम कर रहे हैं। मछुआरा समुदाय के जीवन स्तर में सुधार देखकर हमें बहुत खुशी होती है।" उन्होंने कहा कि फाउंडेशन के शैक्षणिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य सुविधाएं और कौशल विकास कार्यक्रमों से मछुआरों को बहुत लाभ हुआ है।

अदाणी फाउंडेशन ने मछुआरा समुदाय के लिए कई कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए हैं जिससे युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। अडानी विद्यामंदिर मछुआरों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है।