गुजरात : 23 प्रतिष्ठित स्थलों पर जाएगी प्रधानमंत्री मोदी की 23 वर्षों की उपलब्धियों की “विकास यात्रा”

“विकास सप्ताह उत्सव” के अंतर्गत गुजरात सरकार कर रही “विकास यात्रा” का आयोजन

गुजरात :  23 प्रतिष्ठित स्थलों पर जाएगी प्रधानमंत्री मोदी की 23 वर्षों की उपलब्धियों की “विकास यात्रा”

अहमदाबाद, 8 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में 7 अक्टूबर को अपने जन सेवा काल के 23 वर्ष पूरे कर लिये हैं। इन 23 वर्षों के उनके उल्लेखनीय सार्वजनिक जीवन के सम्मान में गुजरात सरकार “विकास सप्ताह उत्सव” के अंतर्गत 7 से 15 अक्टूबर तक “विकास यात्रा” का आयोजन कर रही है। यह विकास यात्रा गुजरात के उन 23 प्रतिष्ठित स्थानों से होकर गुजरेगी, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी कर्मठता और अपने दृढ़ संकल्पों से विकास की दृष्टि में एक विशिष्ट पहचान दिलाई है।

इन सभी 23 प्रतिष्ठित स्थलों में से प्रत्येक का गुजरात के पर्यटन, बुनियादी ढांचे, औद्योगिक विकास, धरोहर संरक्षण और शहरीकरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस विकास यात्रा का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकासात्मक उपलब्धियों को प्रदर्शित करना और इन परियोजनाओं से गुजरात आर्थिक-सामाजिक परिवेश में आए सकारात्मक बदलाव को जनता तक पहुँचाना है।

इन स्थलों में से कुछ मुख्य की बात करें तो इनमें विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, शहरी पनुरुत्थान के मॉडल के रूप में विख्यात अहमदाबाद रिवरफ्रंट, विश्व का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्प्लेक्स डायमंड बोर्स और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कन्वेन्शन सेन्टर के तौर पर अपनी प्रमुख पहचान बना चुका महात्मा मंदिर, जैसे आइकॉनिक साइट्स शामिल हैं।

इनमें कुछ विरासत स्थल भी शामिल हैं, जिनमें मोढेरा सूर्य मंदिर, वडनगर मठ, और द्वारका सुदामा पुल प्रमुख हैं, जिन्हें नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर पर्यटन और संस्कृति के प्रमुख केंद्रों में परिवर्तित किया है। इसके अलावा भारत की फिनटेक कैपिटल बन चुकी GIFT सिटी और अहमदाबाद स्थित देश की प्रस्तावित पहली बुलेट ट्रेन के एक स्टेशन साबरमती रेलवे स्टेशन जैसी अति आधुनिक परियोजनाओं को भी इस विकास यात्रा के गंतव्यों में शामिल किया गया है।

इसी तरह, यह विकास यात्रा कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों जैसे पावागढ़ जो 51 शक्तिपीठों में से एक है और जहाँ प्रधानमंत्री ने 500 साल बाद ध्वजारोहण किया था, 2011 में स्थापित उस समय में देश का सबसे पहला सोलर पार्क चारणका और 2001 में कच्छ में आए भयावह भूकंप की स्मृति में बनाया गया स्मृति वन स्मारक, जिसे इसी साल जून महीने में प्रतिष्ठित प्रिक्स वर्सेल्स म्यूजियम, 2024 के लिए विश्व चयन में भी शामिल किया गया है, ये सभी शामिल हैं।

इस तरह से यह विकास यात्रा आधुनिक विकास परियोजनाओं, तीर्थ स्थानों, और सांस्कृतिक-विरासत स्थलों से होकर गुजरेगी। ये सभी स्थान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता, राज्य में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों, और पिछले 23 साल में उनके विभिन्न प्रयासों से आई उल्लेखनीय उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ये स्थान प्रधानमंत्री मोदी की आधुनिकता और परंपरा के संयोजन की प्रतिबद्धता और सतत विकास को बढ़ावा देने के संकल्प को भी दर्शाते हैं। इस विकास यात्रा में प्रत्येक 23 स्थलों पर गाइडेड टूअर्स की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही यहाँ सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ व प्रदर्शनियाँ आयोजित की जाएंगी। इस आयोजन में राज्य और देश भर से नागरिकों, सरकारी अधिकारियों और पर्यटकों के भाग लेने की उम्मीद है।

गुजरात सरकार द्वारा मनाया जा रहा विकास सप्ताह उत्सव, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और राष्ट्र-निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का उत्सव। इसके अंतर्गत हो रही विकास यात्रा के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी के 23 वर्षों की सार्वजनिक सेवा के दौरान प्राप्त उपलब्धियों को सम्मानित किया जा रहा है।