सूरत : गारमेंट कारोबार बढ़ने से नीटिंग-वीविंग फैब्रिक की मांग में सुधार 

वर्ष 2024 की शुरुआत में एमएसएमई के कारण प्रभावित व्यवसाय : विनीतभाई जालान

सूरत : गारमेंट कारोबार बढ़ने से नीटिंग-वीविंग फैब्रिक की मांग में सुधार 

औद्योगिक नगरी सूरत में कपड़ा उद्योग से जुड़े सभी प्रकार के रॉ मैटेरियल उपलब्ध होने से साड़ी सूट के अलावा अब गारमेंट से जुड़े फैब्रिक भी बड़े पैमाने पर बनाए जाते हैं। यही नहीं बल्कि सूरत टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज में अनेक प्रकार के कपड़े तैयार होने लगी है, जिसका उपयोग अस्पताल से लेकर डिफेंस एवं जूता फैक्ट्री एवं बैग बनाने में भी उपयोग किया जाता है। यही कारण है कि नीटिंग एवं वीविंग दोनों इंडस्ट्री के फैब्रिक की मांग सुधार की ओर है।

 फैब्रिक कारोबार से जुड़े मां सिल्क प्रीमियम एथनिक वेयर के विनीतभाई जालान ने लोकतेज से बताया कि हमारा फैब्रिक सूरत के अलावा मुंबई तथा आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में तकरीबन 20 स्थलों पर सप्लाई की जाती है, जिसकी मांग बनी रहती है। हमारे फैब्रिक से बच्चियों के फैंसी परिधान तैयार किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि 1 साल से लेकर सूरत 16-17 साल की लड़कियों के लिए सभी प्रकार की ड्रेस जैसे बच्चियों के लिए फ्रॉक, घाघरा-चोली, पटियाला पैंट्स, कुर्ती, स्कर्ट-टॉप, गरारा सहित अनेक प्रकार के फैंसी कपड़े तैयार किए जाते हैं। 

 हाल में व्यवसाय के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि मेरे फैब्रिक से तैयार कपड़ों का कारोबार दीपावली एवं ईद के अवसर पर विशेष करके होता है. जिससे हमारे फैब्रिक की मांग अच्छी है। पिछले साल की तुलना में कारोबार के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि दीपावली के समय में कारोबार पिछले साल की तरह है। वर्ष 2024 की शुरुआत में एमएसएमई एवं लोकसभा चुनाव के कारण थोड़ा प्रभावित रहा, जिससे ईद के समय कारोबार पीछले साल की अपेक्षाकृत कम रहा, लेकिन अब सुधार की ओर अग्रसर है। आगामी दीपावली पर अच्छी ग्राहकी की उम्मीद जताई जा रही है। 

 फैब्रिक के रेंज के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहां 10 रुपये प्रति मीटर से लेकर 350 से लेकर 400 रुपये प्रति मीटर तक के फैब्रिक सप्लाई किए जाते हैं। आगामी दिनों में व्यापार के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे फैब्रिक की मांग हमेशा बनी रहती है इसमें कुछ चेंज हो सकते हैं, आइटम बदल सकते हैं। बाजारों में मांग को देखते हुए आइटम चेंज होते रहते हैं। 

Tags: Surat