सूरत : भारत का पहला शहर जहां डेडिकेटेड कॉरिडोर में चलेंगी सिर्फ इलेक्ट्रिक बसें
ओएनजीसी कॉलोनी से कोसाड रूट पर 34 नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू
सूरत: सूरत शहर सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक और बड़ा कदम आगे बढ़ा रहा है। शहर अब भारत का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है जहां सभी बीआरटीएस रुटों पर बसें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होंगी।
सूरत नगर निगम द्वारा नागरिकों को बेहतर और पर्यावरण-हितैषी सार्वजनिक परिवहन सुविधाएं प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में, 11 सितंबर, 2024 से ओएनजीसी कॉलोनी से कोसाड रूट पर 34 नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जा रही हैं। इन बसों के शुरू होने से इस रूट पर चलने वाली सभी बसें इलेक्ट्रिक हो जाएंगी।
सार्वजनिक परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने जानकारी देते हुए कहा कि 11 सितंबर, 2024 से ओएनजीसी कॉलोनी से कोसाड ईडब्ल्यूएसएच 2 रूट (रूट नंबर 14) पर 34 नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जाएंगी। इन बसों को जेबीएम इको लाइफ मोबिलिटी द्वारा संचालित किया जाएगा। वर्तमान में इस रूट पर चल रही 18 इलेक्ट्रिक और 11 डीजल बसों की जगह ये नई बसें लेंगी।
यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा नई इलेक्ट्रिक बसों के शुरू होने से यात्रियों को अधिक आरामदायक और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का अनुभव मिलेगा। इन बसों की फ्रीक्वेंसी पीक आवर्स में 5-6 मिनट और नॉन-पीक आवर्स में 8-10 मिनट होगी। सभी बसें जेबीएम पाल डिपो, अडाजण से संचालित की जाएंगी।
सूरत नगर निगम द्वारा सार्वजनिक परिवहन सेवा के तहत शहर के नागरिकों को बीआरटीएस और सीटीबस सुविधाएं रियायती दरों पर उपलब्ध कराई जाती हैं। वर्तमान में लगभग 2 लाख नागरिक इन सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। सूरत शहर एकमात्र ऐसा शहर है जहां एक टिकट पर सिटीबस और बीआरटीएस में यात्रा की जा सकती है।
परिवहन समिति के अध्यक्ष सोमनाथ मराठे ने बताया कि जनता को बेहतर सेवा देने के लिए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि सूरत शहर सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में लगातार नए मानक स्थापित कर रहा है। सूरत शहर का यह कदम सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में एक क्रांति ला सकता है। यह न केवल सूरत शहर के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल है।