चार दिनों से प्रभावित सहकारी बैंकों का कामकाज शुक्रवार से पूर्ववत होगा
फॉरेंसिक जाचों की रिपोर्ट के बाद एनपीसीआई ने दी जानकारी
सूरत। C-Edge कंपनी के साथ जुड़ी ब्रोन्टा टेक्नोलॉजी की ओस्टा नामक एप्लीकेशन पर रविवार शाम 7:00 बजे रेन्समवेर अटैक हुआ था। जिसकी जानकारी रिजर्व बैंक आफ इंडिया एवं एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया) को होने पर इस सॉफ्टवेयर का उपयोग करने वाली बैंकों के डिजिटल ट्रांजेक्शन को रोक दिया गया था। इस अटैक से देश की 354 बैंकों सहित गुजरात की 21 सहकारी बैंकों का कामकाज प्रभावित हुआ था। चार दिनों के बाद गुरुवार को डिजिटल पेमेन्ट्स शुरू नहीं हो सके थे। हालांकि देर शाम एनपीसीआई ने बैंकों के मेल पर साफ्टवेर की जांच एवं उसके होने की जानकारी दी है, जिससे शुक्रवार को प्रभावित बैंकों के कामकाज पूवर्वत होंगे।
उल्लेखनीय है कि जिस सॉफ्टवेर में साइबर अटैक होने की जानकारी एनपीसीआई को हुई थी वह सॉफ्टवेयर कई बैंकों द्वारा उपयोग में लिया जाता है। इसी की जानकारी मिलने के बाद एनपीसीआई द्वारा तमाम प्रकार के डिजिटल ट्रांजेक्शन रोक दिये गये थे। इसके बाद फॉरेंसिक ऑडिट करने की प्रक्रिया शुरू की गई। दो फॉरेंसिक कंपनी की जांच रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार देर शाम एनपीसीआई ने सभी बैकों को लिखित जानकारी दी। जिससे चार दिनों के बाद बैकों के सभी लेनदेन पूर्व हो जाएंगे।
साउथ गुजरात को-ऑपरेटिव बैंक एसोसिएशन के उपप्रमुख कानजीभाई भालाडा ने बताया कि सॉफ्टवेयर अटैक के बाद बैंक की क्लीयरिंग सहित सभी प्रकार के लेनदेन बंद कर दिए गये थे। सोमवार, मंगलवार एवं बुधवार को किसी प्रकार भी प्रकार के लेनदेन नहीं हुए, लेकिन एनपीसीआई के ग्रीन सिग्नल के बाद गुरुवार को आरटीजीएस एवं एनईएफटी जैसे लेनदेन किए गये। अब शुक्रवार को सभी बैंकिंग कामकाज पूर्वत होंगे।