सूरत : स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए 1800 स्कूलों के प्रिंसिपलों के साथ बैठक
बच्चों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश
राजकोट गेम जोन में आग लगने की घटना के बाद, बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। विशेष रूप से, स्कूलों द्वारा बच्चों के परिवहन के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर, सूरत शहर यातायात शाखा, शिक्षा विभाग और आरटीओ ने मिलकर शहर के 1800 से अधिक स्कूलों के प्रिंसिपलों के साथ एक बैठक आयोजित की।
बैठक में, बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए स्कूल बसों, स्कूल वैन और स्कूल रिक्शा के मालिकों को निर्देश दिए गए। इन दिशानिर्देशों में शामिल हैं:
- वाहनों को नियमित रूप से फिटनेस टेस्ट से गुजरना होगा।
- वाहनों में स्पीड कंट्रोलर और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।
- वाहन चालकों को उचित प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिए।
- बच्चों को सीट बेल्ट पहननी होगी।
स्कूलों को चेक लिस्ट दी जाएगी
बच्चों की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह से नियमों का उल्लंघन न करने का आग्रह किया गया है। कुल मिलाकर इस नीति को नियमानुसार लागू करने के लिए शिक्षा विभाग, आरटीओ और सूरत सिटी ट्रैफिक ब्रांच की ओर से एक चेक लिस्ट बनाई जाएगी और हर स्कूल में दी जाएगी। चेक लिस्ट उनके द्वारा निष्पादित कर अपने हस्ताक्षर के साथ शिक्षा विभाग को जमा करायी जाये।
इस कार्यक्रम में सूरत शहर यातायात शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त और डीसीपी ट्रैफिक, सभी यातायात के एसीपी, डीईओ भागीरथ सिंह परमार, आरटीओ आकाश पटेल और यातायात शाखा और आरटीओ के सभी अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक का महत्व
यह बैठक स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करने से बच्चों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाने में मदद मिलेगी। स्कूलों, शिक्षा विभाग, आरटीओ और यातायात पुलिस को मिलकर काम करना होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी स्कूल वाहन इन दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं।