सूरत : डिंडोली पुलिस ने आत्महत्या करने जा रहे एक युवक का मोबाइल नंबर ट्रेस कर उसकी जान बचाई
पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने के लिए रेलवे ट्रैक पर आया था
डिंडोली पुलिस एक ऐसे युवक की मदद के लिए आगे आई है जो अपनी पत्नी के साथ पारिवारिक झगड़े से तंग आकर ट्रेन से नीचे गिरने के लिए दौड़ा था। खुलासा हुआ है कि आत्महत्या का प्रयास करने वाला युवक सिटी बस में कंडक्टर था।
राहगीर द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर आत्महत्या करने जा रहे युवक के बारे में सूचना देने के बाद पुलिस युवक की जान बचाने में कामयाब रही।डिंडोली पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पीएसआई समेत एक टीम युवक का मोबाइल नंबर ट्रेस कर रेलवे ट्रैक पर पहुंची।
डिंडोली पुलिस ने बताया कि घटना की सबसे पहले सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को मिली। एक अज्ञात युवक के कॉल के बाद डिंडोली पुलिस को अलर्ट किया गया कि युवक रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने जा रहा है। हालांकि, युवक को बचाने के बाद पूछताछ करते हुए फोन करने वाला युवक हीआत्महत्या करने के लिए भागा था। उस व्यक्ति ने अपनी पहचान जगदीश रघुनाथ पाटिल के रूप में बताई। साथ ही उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को बताया कि नवागाम डिंडोली में रामनगर सोसायटी में रह रहा था।
जांच में पता चला कि वह पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने के लिए रेलवे ट्रैक पर आया था। यह कहा जा सकता है कि आज पीआई चुडासमाने और उनकी टीम ने न केवल एक युवक बल्कि उसके पूरे परिवार को मौत से बचाया है, जिन्होंने डिंडोली पुलिस स्टेशन के पीसीआर नंबर 18 और डिंडोली पुलिस स्टेशन के पीएसओ को सूचित किया।
डिंडोली पुलिस ने बताया कि सबसे पहले कॉल करने वाले जगदीश रघुनाथ पाटिल की कॉल ट्रैश करके लोकेशन हासिल की गई। तभी पीएसआई हरपाल सिंह मसानी और पीसीआर के जवान तुरंत लोकेशन पर पहुंच गए। जहां डिंडोली पुलिस डिंडोली प्रमुख पार्क के पास रेलवे ट्रैक पर पहुंची और ट्रेन आने से पहले ही ट्रेन के ट्रेक पर नीचे गिरकर आत्महत्या कर रहे जगदीश रघुनाथ पाटिल को देखकर उसे बचाने में कामयाब रही।
जगदीश रघुनाथ पाटिल को डिंडोली पुलिस ले आई। जहां उसकी काउंसिलिंग की गई। डिंडोली थाने के पीआई आर.जे .चुडास्मा ने युवक को एक घंटे तक अपने पास बैठाया और समझाइश दी।
पीआई ने बताया कि जीवन अनमोल है। पारिवारिक झगड़ों में आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है।लेकिन हर समस्या को मिल-बैठकर हल किया जा सकता है। युवक बेहद उदास था। लेकिन डिंडोली थाने के पीआई की समझाइश के बाद युवक को जिंदगी की कीमत पता चली। डिंडोली पुलिस ने मामले की जानकारी युवक के अभिभावक को दी। जिसके बाद उन्होंने युवक के खिलाफ एहतियाती कदम उठाते हुए दोबारा ऐसे कदम नहीं उठाने की समझाइश दी।