सूरत : सिविल अस्पताल में सफाईकर्मियों की हड़ताल
अधिक्षक बोले- कर्मचारियों को गुमराह किया जा रहा है
वेतन वृद्धि को लेकर सड़क जाम कर सफाईकर्मियों का विरोध
सूरत न्यू सिविल अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। सफाई कर्मियों ने नारेबाजी कर विरोध जताया। हालांकि, अधीक्षक ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को गुमराह किया गया है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल अनुचित है। उनके साथ चर्चा की जाएगी और उन्हें समझाया जाएगा।
चतुर्थ श्रेणी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर
सूरत सिविल अस्पताल में आज फिर हड़ताल के कारण चर्चा में है। सिविल अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी सफाई कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। वे अधिक्षक कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठ कर अपना विरोध जता रहे हैं। सफाई कर्मचारियों की मांग के अनुरूप वेतन वृद्धि नहीं की गई है। जब तक वेतन वृद्धि किए जाने तक हड़ताल जारी रहेगी।
वेतन नहीं बढ़ाने का आरोप
सफाईकर्मियों का कहना था कि छह महीने पहले भी वेतन बढ़ाया गया था, जो अब तक नहीं दिया गया है। जबकि प्रधानमंत्री के कहे अनुसार भी वेतन नहीं बढ़ाया गया है। सफाई कर्मियों को कुल 21000 वेतन दिया जाए मगर वर्तमान में 12000 ही वेतन दिया जा रहा है। इसके साथ ही राजकोट में अधिक वेतन दिए जाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद हड़ताल का आह्वान किया गया है।
सड़क जाम कर विरोध जताया
सूरत सिविल अस्पताल में सफाई कर्मचारियों ने आज अधीक्षक कार्यालय के बाहर सड़क जाम कर दी। फिर हमारी मांगे पूरी करो के नारे के साथ विरोध दर्ज कराया। साथ ही मांग पूरी नहीं होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी दी।
गुमराह हुए सफाई कर्मचारी : गणेश गोवेकर
सूरत सिविल अस्पताल के अधिक्षक गणेश गोवेकर ने कहा कि सफाई कर्मियों को गुमराह किया गया है। राजकोट सिविल में वेतन वृद्धि के अनुसार सूरत सिविल में सफाई कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि की गई है। वर्तमान में सूरत के सिविल कर्मचारियों के खाते में लगभग 12,000 का भुगतान किया जा रहा है, जबकि शेष राशि ईएसआईसी में जा रही है। सफाई कर्मचारियों को कुल 16 हजार का वेतन दिया जा रहा है।
अलग से सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं
आगे कहा गया कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल अनुचित है। सफाई कर्मचारियों को बुलाकर समझाया जाएगा। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सिविल अस्पतालों में जहां कहीं आवश्यकता है, वहां अलग से सफाई कर्मचारी रखे गए हैं।