अब ओक्सीमीटर पर हो रही है कालाबाजारी, होम आइसोलेट मरीजों की स्थिति हुई खराब

आम दिनों के मुक़ाबले दुगने में बिक रहा है ओक्सीमीटर

गुजरात में कोरोना ने अपना कहर ढाया है। हर तरफ ऑक्सीज़न की कमी सामने आ रही है। इसके अलावा विभिन्न इलाके में ओक्सीमीटर और ऑक्सीज़न सिलिन्डर के फ्लोमीटर की भी कमी होने की बात सामने आ रही है। 
कई इलाकों में 500 से 1000 रुपए में बिकने वाला ऑक्सीमीटर अब 2000 से 2500 रुपए में मिल रहा है, वह भी काफी मर्यादित। ऐसे में लोगों ने आक्षेप किया है की वितरकों द्वारा ओक्सीमीटर की कालाबाजारी की जा रही है। जब से कोरोना महामारी देश भर में फैली है, अधिकतर लोग घर में ही ऑक्सीज़न का स्तर चेक करने के लिए ओक्सीमीटर का उपयोग करने लगे है। ऐसे में बढ़ती हुई कीमतों के कारण और बाजार में स्टॉक की कमी के कारण होम आइसोलेट हुये मरीजों को काफी तकलीफ़ों का सामना करना पड़ रहा है। 
ओक्सीमीटर के अलावा राज्य के कई हिस्सों में फ्लोमीटर की किल्लत सामने आई है। हालात ऐसे है की यदि मरीज को ऑक्सीज़न सिलिन्डर मिल रहा है तो उसके लिए फ़्लोमीटर नहीं मिल रहा और यदि फ्लोमीटर मिल रहा तो ऑक्सीज़न सिलिन्डर नहीं।