सूरत : लिंबायत के तेलुगु छात्रों का 27 साल बाद पुनर्मिलन, पुरानी यादें हुईं ताजा
1997 और 1998 बैच के पूर्व छात्रों ने शिक्षकों को किया सम्मानित, सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी हुआ आयोजन
सूरत : लिंबायत स्थित मारुति नगर तेलुगू माध्यम प्राथमिक विद्यालय के 1997 और 1998 बैच के कक्षा सात के विद्यार्थियों का एक भावुक पुनर्मिलन समारोह बजरंग नगर, परवतगांव के बालाजी मंदिर में संपन्न हुआ। लगभग 27 वर्षों के अंतराल के बाद अपने पुराने साथियों और शिक्षकों से मिलकर पूर्व छात्र बेहद उत्साहित और भावुक नजर आए।
इस अवसर पर, पूर्व छात्रों ने अपने उन शिक्षकों को सम्मानित किया जिन्होंने उनके प्रारंभिक वर्षों में उन्हें ज्ञान और संस्कार दिए। शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया गया।
अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए, पूर्व छात्रों ने कहा कि वे आज जीवन में जिस भी मुकाम पर हैं, उसका श्रेय उनके शिक्षकों को जाता है, जिन्होंने प्राथमिक शिक्षा के दौरान उन्हें एक अच्छा नागरिक बनने की प्रेरणा दी।
सम्मान समारोह के पश्चात एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सभी पूर्व छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने भविष्य में भी इसी प्रकार के पुनर्मिलन समारोह आयोजित करने का आग्रह किया ताकि वे अपने शिक्षकों और सहपाठियों से जुड़े रहें।
कार्यक्रम में विद्यालय के पूर्व प्रिंसिपल और तेलुगु समुदाय के प्रतिष्ठित नेता श्री रापोलु बुची रामुलु, शिक्षक कोटा बुचैया, दोरनम नरेंद्र, सत्यनारायण येन्नम, विद्यासागर कंदगटला, कनकैया एल्गेटी, और सूरत शहर तेलुगु समुदाय के महासचिव माटेटी सोमन्ना जैसी गणमान्य हस्तियां उपस्थित थीं। कुसुमां अशोक, दासरी राजेश, सिद्धा याकन्ना, कटला महेश, मिटुकुला रंजीता, मोरा अनुराधा, कस्तूरी राधिका आदि ने इस अंतरंग सभा को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।