गुजरात के 18 विरासत स्थलों को देखने पिछले साल आए 37 लाख पर्यटक
अहमदाबाद, 17 अप्रैल (भाषा) गुजरात के 18 विरासत स्थलों को देखने पिछले वर्ष 36.95 लाख से अधिक पर्यटक (भारतीयों के साथ-साथ विदेशी नागरिक शामिल हैं) आए। राज्य सरकर ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक इन स्थलों में से, अकेले चार यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों को देखने 12.88 लाख से अधिक पर्यटक आए, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला और रोजगार का सृजन हुआ।
विज्ञप्ति के मुताबिक विरासत शहर का दर्जा प्राप्त अहमदाबाद में 7.15 लाख से अधिक पर्यटक आए, पाटन में रानी की वाव बावड़ी को 3.64 लाख पर्यटकों ने देखा, कच्छ में धोलावीरा को 1.6 लाख से अधिक पर्यटक देखने आए और पंचमहल जिले के चंपानेर 47,000 पर्यटक आए।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन चार स्थानों को वास्तुकला की विशिष्टता, इतिहास, जल प्रबंधन और कला और नगर नियोजन जैसी विशेषताओं के लिए यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया है।
चंपानेर और निकटवर्ती पावागढ़ को 2004 में विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया।
विज्ञप्ति के मुताबिक राज्य सरकार की विरासत पर्यटन नीति 2020-25 के तहत गुजरात के गांवों और कस्बों में स्थित विरासत भवनों, महलों और किलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।