सूरत : रेड क्रॉस चोर्यासी ब्रांच और लायंस क्लब ऑफ़ सूरत ईस्ट ने मनाया विश्व हीमोफीलिया दिवस
रक्त विकार हीमोफीलिया को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हुआ आयोजन, विशेषज्ञों ने बताए बचाव और सावधानी के उपाय
17 अप्रैल को 'विश्व हीमोफीलिया दिवस' के अवसर पर रेड क्रॉस चोर्यासी ब्रांच सूरत और लायंस क्लब ऑफ़ सुरत ईस्ट के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हीमोफीलिया जैसी गंभीर रक्त विकार बीमारी के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम में रेड क्रॉस के चेयरमैन और सक्षम गुजरात प्रदेश के सह-संयोजक कमांडेंट डॉ. प्रफुल्ल शिरोया ने जानकारी देते हुए बताया कि, “हीमोफीलिया एक प्रकार का रक्त विकार (Disorder) है, जिसमें खून का थक्का नहीं जमता। ऐसे में किसी भी अंदरूनी या बाहरी चोट के बाद रक्त बहना रुकता नहीं है, जिससे व्यक्ति की जान को खतरा हो सकता है।”
डॉ. शिरोया ने बताया कि इस रोग का कारण शरीर में 'क्लॉटिंग फैक्टर' नामक रक्त प्रोटीन की कमी है, जो सामान्यतः खून के थक्के जमाने का कार्य करता है। इसके अलावा थ्राम्बोप्लास्टिन नामक पदार्थ की कमी भी इस बीमारी की एक प्रमुख वजह होती है।
इस कार्यक्रम में लायंस क्लब के प्रमुख सदस्य किशोर मांगरोलिया, निलेश वेजपरा, हीरेन गजेरा, धर्मेश वेकर्या और किशोर पटेल भी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि इस तरह की बीमारियों के बारे में समय रहते जानकारी और जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है। इस अवसर पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपील की कि हीमोफीलिया से जुड़ी जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाई जाए, ताकि समय पर जांच और इलाज से कई जानें बचाई जा सकें।