आईटी पार्क के पास नवाब प्रोजेक्ट में प्लॉट फ्लैट PG हॉस्टल में निवेश का शानदार मौका
लखनऊ, 16 अप्रैलः उत्तर प्रदेश की राजधानी, अपनी ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति और तेज़ी से हो रहे शहरी विकास के लिए प्रसिद्ध है। इसी विकास क्रम को आगे बढ़ाते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने ₹6,500 करोड़ की लागत से 785 एकड़ भूमि पर "अंत नगर आवासीय योजना" का प्रस्ताव रखा है।
यह योजना न केवल लखनऊ की भौगोलिक सीमा का विस्तार करेगी, बल्कि लाखों लोगों को बेहतर जीवन, आवास और बुनियादी ढांचे की सुविधा भी प्रदान करेगी। इस योजना की आधारशिला 4 अप्रैल, 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रखी गई।
मुख्य अंश:
• 6500 करोड़ की लागत से 750 एकड़ की जमीन पर शुरू होगी अंत नगर आवासीय योजना
• प्रोजेक्ट का स्थान IT पार्क के पास है, जिससे यह क्षेत्र भविष्य में तेजी से विकसित होने और रेट्स में बढ़ोतरी का अवसर प्रदान करता है।
• यह परियोजना निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका है, जहाँ कम कीमतों पर प्लॉट और मकान खरीदकर भविष्य में बेहतरीन रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।
• इसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे चौड़ी सड़कें, हरित क्षेत्र, स्मार्ट सिटी की सुविधाएं, और उत्कृष्ट इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं।
• इस प्रोजेक्ट में निवेश करने का अवसर सीमित समय के लिए है, यदि जल्दी न किया गया तो रेट्स में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है।
लखनऊ में आबादी की तेज़ी से वृद्धि, ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों की ओर बढ़ता पलायन, और आवास की बढ़ती मांग ने एक सुनियोजित आवासीय योजना की आवश्यकता को जन्म दिया।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य आवास संकट को दूर करना, शहरीकरण को संतुलित और सुनियोजित बनाना, नए रोजगार के अवसरों का निर्माण, बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, जल आपूर्ति, सीवरेज, पार्क और शैक्षणिक संस्थानों का समावेश करना है।
यह योजना विशेष रूप से मध्यम एवं निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आई है। अंत नगर योजना का नामकरण महान स्वतंत्रता सेनानी मौलाना मोहम्मद अली के नाम पर किया गया है, जो लखनऊ के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। इस योजना के माध्यम से लाखों लोगों को भूखण्डों का आवंटन कर स्थायी और कानूनी आवास प्रदान किया जाएगा।
इस योजना को आधुनिक शहरी नियोजन के आधार पर तैयार किया गया है। इसके अंदर कई तरह की सुविधाएं शामिल है।
• उत्तर प्रदेश की पहली फुट-टेक सिटी: जहाँ पैदल यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है।
• बेहतर सड़कों का जाल: 60 फीट और 100 फीट चौड़ी सड़कों के साथ अत्याधुनिक ट्रैफिक सिस्टम।
• सीवेज और जल निकासी व्यवस्था: स्मार्ट सीवेज प्रबंधन प्रणाली।
• हरित क्षेत्र और पार्क: स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण।
शैक्षणिक संस्थान, स्वास्थ्य केंद्र और खेल परिसर। सुरक्षा के लिए CCTV, पुलिस चौकी, और गार्ड। यह योजना रियल स्टेट रेगुलेटरी ऑथोरिटी द्वारा अनुमोदित है, जो इसे निवेश के लिए भरोसेमंद बनाती है।
इसके साथ ही योजना को राज्य सरकार और लखनऊ विकास प्राधिकरण का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। इससे परियोजना की पारदर्शिता, समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित होती है। RERA स्वीकृति ग्राहकों को कानूनी सुरक्षा और अधिकार भी देती है।
परियोजना का शुभारंभ उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किया गया। वे उत्तर प्रदेश को एक स्मार्ट और आत्मनिर्भर राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की “स्मार्ट सिटी” और “आवास सबके लिए” योजनाओं की प्रेरणा से यह प्रोजेक्ट लखनऊ को एक वैश्विक शहर के रूप में उभारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इस परियोजना से लखनऊ की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार होगा। जिसमें 1 लाख लोगों के लिए रोज़गार के अवसर, स्थानीय व्यापार में वृद्धि, रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश की संभावना, महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल जैसी सुविधाओं से सामाजिक समावेशिता को बल मिलेगा।
अंत नगर योजना के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस क्षेत्र को लखनऊ का नया हब बनाने की योजना बनाई है। आने वाले सालों में इसमें शामिल आईटी पार्क और स्टार्टअप हब, इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल शामिल किए जाएंगे। मेट्रो कनेक्टिविटी निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, क्योंकि भूमि की कीमतें भविष्य में कई गुना बढ़ने की संभावना है।