उत्तराखंड : द्वितीय केदार और तृतीय केदार के कपाट खुलने की तिथि घोषित, भक्तों में उत्साह
रुद्रप्रयाग, 15 अप्रैल (वेब वार्ता)। उत्तराखंड के प्रसिद्ध पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी और तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुलने की तारीखों की घोषणा कर दी गई है। उत्तराखंड के प्रसिद्ध पंचकेदारों में शामिल द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी और तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुलने की तारीखों की घोषणा कर दी गई है।
जनपद रुद्रप्रयाग के उखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर में आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान पंचांग गणना के उपरांत बुधवार, 21 मई को कर्क लग्न में पूर्वाह्न 11:30 बजे श्री मद्महेश्वर धाम के कपाट विधि विधान के साथ खोले जाएंगे। उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री चंडीप्रसाद भट्ट, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल और मंदिर समिति के आचार्य एवं वेदपाठी ने कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की।
मद्महेश्वर जी की चल विग्रह डोली 18 मई को ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में विराजमान होगी, जिसके बाद 19 मई को राकेश्वरी मंदिर रांसी, 20 मई को गौंडार और अंततः 21 मई की सुबह श्री मद्महेश्वर धाम पहुंचेगी, जहां भव्य धार्मिक आयोजन के बीच कपाट खोले जाएंगे। इसके अलावा, विश्व के सबसे ऊंचाई पर स्थित शिव मंदिर श्री तुंगनाथ जी के कपाट शुक्रवार, 2 मई को मिथुन लग्न में पूर्वाह्न 10:15 बजे खोले जाएंगे। कपाट खुलने की तिथि की घोषणा शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्करेटेश्वर मंदिर, मक्कूमठ में आचार्य पुजारी विजय भारत मैठाणी द्वारा की गई।
बीकेटीसी के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए सफल यात्रा की कामना की। तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली 30 अप्रैल को मक्कूमठ से निकटवर्ती भूतनाथ मंदिर पहुंचेगी, जहां एक दिन का प्रवास रहेगा। 1 मई को डोली चोपता रात्रि विश्राम को पहुंचेगी और 2 मई की सुबह तुंगनाथ धाम पहुँचेगी। उसी दिन शुभ मुहूर्त में मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोले जाएंगे।
तुंगनाथ जी के पुजारी रविन्द्र मैठाणी ने बताया कि भगवान तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुलने की तिथि तय हो गई है। आगामी 2 मई को मंदिर के कपाट सभी भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। 30 अप्रैल को तुंगनाथ जी की डोली भूतनाथ मंदिर पहुंचेगी, जहां यह एक दिन के प्रवास पर रहेगी। इसके पश्चात, 1 मई को डोली चोपता पहुंचेगी और फिर 2 मई को तुंगनाथ धाम। उसी दिन शुभ मुहूर्त में मंदिर के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। सभी भक्तों से मेरा विनम्र निवेदन है कि वे तुंगनाथ धाम पधारें, भगवान श्री तुंगनाथ जी के दर्शन करें और पुण्य अर्जित करें।
श्री मद्महेश्वर और श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि की घोषणा से श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है। हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु इन पवित्र धामों की यात्रा करते हैं। इस बार भी कपाट खुलने के शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने की संभावना है। प्रशासन द्वारा यात्रा मार्गों की तैयारी और सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।