एसबीआई ने कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की

एसबीआई ने कर्ज पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की

नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने रिजर्व बैंक की नीतिगत रेपो दर में कटौती का लाभ अपने ग्राहकों को देते हुए अपनी उधारी दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है।

इस कटौती के बाद एसबीआई के मौजूदा और नए उधार लेने वाले ग्राहकों दोनों के लिए कर्ज लेना सस्ता हो जाएगा।

इस नयी कटौती के साथ एसबीआई की रेपो से जुड़ी उधारी दर (आरएलएलआर) 0.25 प्रतिशत कम होकर 8.25 प्रतिशत रह जाएगी।

एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, बैंक ने ‘बाह्य मानक आधारित उधारी दर’ (ईबीएलआर) को 0.25 प्रतिशत घटाकर 8.65 प्रतिशत कर दिया है। संशोधित दरें 15 अप्रैल, 2025 से प्रभावी हो जाएंगी।

ब्याज दर में यह कटौती पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक द्वारा लगातार दूसरी बार प्रमुख ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत अंकों की कटौती के बाद की गई है।

इसके साथ ही एसबीआई ने जमाओं पर मिलने वाले ब्याज की दरों में भी 0.10-0.25 प्रतिशत अंकों की कटौती कर दी है। नई दरें 15 अप्रैल से प्रभावी होंगी।

अब तीन करोड़ रुपये तक की सावधि जमाओं के लिए एक-दो साल की अवधि पर ब्याज दर 0.10 प्रतिशत घटकर 6.70 प्रतिशत रह जाएगी जबकि दो साल से तीन साल से कम की परिपक्वता अवधि वाली जमाओं पर सात प्रतिशत की जगह 6.90 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।

इस बीच, निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने बचत खातों पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 2.75 प्रतिशत कर दिया है, जो निजी क्षेत्र के अन्य बैंकों में सबसे कम है।

एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 50 लाख रुपये से अधिक की जमा राशि के लिए अब ब्याज दर 3.5 प्रतिशत के मुकाबले 3.25 प्रतिशत है। दर में यह कटौती 12 अप्रैल से प्रभावी है।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी 400-दिवसीय विशेष जमा योजना वापस ले ली है, जिसमें 7.3 प्रतिशत ब्याज मिलता था। मुंबई स्थित बैंक ऑफ इंडिया ने अपने आवासीय कर्ज की ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है, जिससे नए और मौजूदा दोनों ग्राहकों को लाभ होगा।

आवास ऋण के अलावा, बैंक ऑफ इंडिया ने वाहन ऋण, व्यक्तिगत ऋण, संपत्ति के खिलाफ ऋण, शिक्षा ऋण और स्टार रिवर्स मॉर्गेज ऋण सहित चुनिंदा मौजूदा खुदरा ऋण उत्पादों पर भी ब्याज दरों में.25 प्रतिशत की कटौती की है।