सूरत : एसजीसीसीआई का 'गारमेंट टेक्नोलॉजी, गुणवत्ता एवं उत्पादकता' पर केंद्रित सेमिनार
परिधान उद्योग में गुणवत्ता और उत्पादकता ही सफलता की कुंजी: मधु कपूर
सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसजीसीसीआई) ने गुरुवार, 3 अप्रैल 2025 को 'गारमेंट टेक्नोलॉजी, गुणवत्ता और उत्पादकता' विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया। सरसाना स्थित सेमिनार हॉल-ए में शाम 5:00 बजे आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य सूरत के उद्यमियों को परिधान उद्योग में प्रवेश करने और सफलता प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करना था।
सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में अपैरल एंड लेदर टेक्निक्स के प्रबंध निदेशक और बैंगलोर के ए.एल.टी. ट्रेनिंग कॉलेज फाउंडेशन के ट्रस्टी मधु कपूर शामिल हुए।
विजय मेवावाला (अध्यक्ष, एसजीसीसीआई) ने कहा कि सूरत में गारमेंट उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं क्योंकि यहां कपड़ा, तकनीक और श्रम सब कुछ उपलब्ध है। उन्होंने टेक्सटाइल उद्योगपतियों से सूरत में ही गारमेंट्स बनाकर निर्यात करने का आह्वान किया। कुशल श्रमिकों की कमी को दूर करने के लिए कौशल विकास पर जोर दिया।
मधु कपूर (प्रबंध निदेशक, अपैरल एंड लेदर टेक्निक्स) ने कहा कि गारमेंट फैक्ट्री स्थापित करने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी। कच्चे माल और कपड़ों के निरीक्षण के महत्व पर जोर दिया। ऑटो कटिंग जैसी आधुनिक तकनीकों से होने वाली लागत बचत (लगभग 7%) के बारे में बताया। परिधान उद्योग में गुणवत्ता और उत्पादकता को सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक बताया।
कृषि के बाद कपड़ा और परिधान क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। उद्यमी कम मशीनों से शुरुआत कर सकते हैं और अनुभव प्राप्त करने के बाद व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं।
परिधान कारखानों के लिए विभिन्न प्रकार की आवश्यक मशीनरी जैसे मैनुअल लेइंग एवं कटिंग, ऑटोमेटिक कटिंग मशीन, लेजर कटिंग मशीन, सिलाई और फिनिशिंग मशीनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
सेमिनार का संचालन एसजीसीसीआई के उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी ने किया और संयोजिका सुश्री रितु शाह ने मुख्य वक्ता मधु कपूर का परिचय कराया। सेमिनार में उपस्थित उद्यमियों ने गारमेंट फैक्ट्री लगाने से संबंधित कई प्रश्न पूछे जिनका वक्ता ने संतोषजनक उत्तर दिया।
यह सेमिनार सूरत के उद्यमियों के लिए परिधान उद्योग में अवसरों को समझने और सफलता की राह पर आगे बढ़ने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।