सूरत : रंगदारी मांगने वाला पूर्व नगरसेवक गिरफ्तार
एसओजी टीम ने 3 लाख रुपये लेते रंगे हाथों पकड़ा, आरटीआई का कर रहा था दुरुपयोग
सूरत। शहर में आरटीआई के नाम पर अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इस बार शिकंजा किसी आम व्यक्ति पर नहीं, बल्कि उधना क्षेत्र के पूर्व नगरसेवक प्रकाश देसाई पर कसा है। एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने उसे तीन लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
प्रकाश देसाई ने जबरन वसूली के लिए कोडवर्ड तैयार किए थे। ‘थिएटर’ का इस्तेमाल धरना प्रदर्शन के लिए और ‘टिकट’ का उपयोग फिरौती की रकम के लिए किया जाता था। मामले में ‘एक टिकट = एक लाख रुपये’ तय किया गया था। इसी आधार पर लियो क्लासेज के मैनेजर से 4.50 लाख रुपये (4.50 टिकट) की मांग की गई थी।
पूर्व पार्षद ने लियो क्लासेज के खिलाफ कई बार आरटीआई दायर की और नगर निगम मुख्यालय के बाहर धरना देने की धमकी दी। हालांकि, नगर निगम की जांच में कोई अवैध निर्माण नहीं पाया गया। बावजूद इसके, प्रकाश देसाई ने दबाव बनाना जारी रखा और आरटीआई को जबरन वसूली का हथियार बना लिया।
जब प्रकाश देसाई ने तीन लाख रुपये की पहली किश्त ली, तो एसओजी ने जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के लिए एक पुलिसकर्मी ने छत से बालकनी में कूदकर अपनी जान जोखिम में डाल दी। वहीं, डीसीपी राजदीप सिंह नकुम और एसओजी टीम घर के बाहर पहले से ही तैनात थी। आखिरकार, झूले पर बैठे पूर्व पार्षद को पुलिस ने दबोच लिया।
गिरफ्तारी से पहले प्रकाश देसाई का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें वह झूले पर बैठे हुए आराम से आरटीआई के दबाव और वसूली की चर्चा कर रहा था। वीडियो में जबरन वसूली की पूरी साजिश उजागर हुई।
पुलिस ने प्रकाश देसाई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले को लेकर शहर में हड़कंप मचा हुआ है, और पुलिस अब आरटीआई के दुरुपयोग से जुड़े अन्य मामलों की भी जांच कर रही है।