SDCA चुनाव में बड़ा उलटफेर; अब तक स्टेडियम पैनल के खिलाफ आवाज़ उठा रहा परिवर्तन पैनल विसर्जित हुआ!
परिवर्तन पैनल के 5 चेहरों को स्टेडियम पैनल में जगह मिल गई; अब कन्हैया कॉन्ट्रैक्टर के स्टेडियम पैनल बनाम स्व. हेमंत कॉन्ट्रैक्टर परिवार के लालभाई पैनल बीच हो सकता है मुख्य मुकाबला
सूरत : सूरत जिला क्रिकेट एसोसिएशन (एसडीसीए) के चुनावों में शुक्रवार को बड़ा नाटकीय मोड़ आया, जब परिवर्तन पैनल का अस्तित्व ही खत्म हो गया। दो साल पहले स्टेडियम पैनल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर परिवर्तन पैनल खड़ा करने वाले विपुल मुंशी ने यू-टर्न लेते हुए अपने पैनल को स्टेडियम पैनल में मिला दिया। इस फैसले से परिवर्तन पैनल के कई अग्रणी और समर्थक नाराज हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, परिवर्तन पैनल के 5 उम्मीदवारों को स्टेडियम पैनल में शामिल कर लिया गया है। कोन्ट्राक्टर परिवार पर गंभीर आरोप लगाने वाले विपुल मुंशी खुद कन्हैयालाल कॉन्ट्रैक्टर के स्टेडियम पैनल में शामिल हो गए हैं, जिससे पूरे चुनावी समीकरण बदल गए हैं। एसडीसीए के एक पूर्व निदेशक ने इस सौदेबाजी से नाराज होकर अपना नामांकन वापस ले लिया।
ज्ञातव्य है कि परिवर्तन पैनल ने पहले एसडीसीए और स्टेडियम परिसर की परियोजना में अनियमितताओं का आरोप लगाया था। लेकिन अब अचानक 5/7 फार्मूले के तहत परिवर्तन पैनल के 5 उम्मीदवारों को स्टेडियम पैनल में मिला दिया गया, जबकि बाकी 13 उम्मीदवारों को नाम वापस लेने को कहा गया, जिससे भारी असंतोष फैल गया है।
जानकारी के अनुसार, नामांकन सत्यापन प्रक्रिया के दौरान परिवर्तन पैनल के 3 उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए। विपुल मुंशी, हरीश उमरीगर, निसर्ग पटेल, संजय पटेल और प्रमोद मद्रासी को स्टेडियम पैनल में जगह मिली, जबकि बाकी सदस्यों को बाहर कर दिया गया।
इस बार एसडीसीए चुनाव में नया लालभाई पैनल मैदान में है। दिवंगत हेमंत कॉन्ट्रैक्टर की पत्नी नयनाबेन और बेटी यशा कॉन्ट्रैक्टर ने कन्हैयालाल कॉन्ट्रैक्टर के स्टेडियम पैनल के खिलाफ लालभाई पैनल उतार दिया है। लालभाई पैनल के समर्थन में करीब 40 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए हैं, जिससे यह मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।
यदि परिवर्तन पैनल से असंतुष्ट उम्मीदवार और निर्गुट प्रत्याशी एकजुट होते हैं, तो तीसरा पैनल भी उभर सकता है। 24 मार्च को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि के बाद ही स्पष्ट होगा कि मुकाबला दो पैनलों के बीच होगा या तीन के बीच।
इस घटनाक्रम से एसडीसीए चुनावों में एक बार फिर गहमागहमी बढ़ गई है। खासकर परिवर्तन पैनल के समर्थकों में भारी रोष है, क्योंकि वे पिछले तीन चुनावों में स्टेडियम पैनल के खिलाफ मतदान कर रहे थे, लेकिन अब उनके ही प्रमुख नेता ने स्टेडियम पैनल से हाथ मिला लिया है।