वडोदरा : वाघोडिया में 4 विदेशी छात्रों पर हमले के मामले में सात आरोपी गिरफ्तार
पांच आरोपी एक दिन के रिमांड पर
वडोदरा के वाघोडिया तालुका में पारुल विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले चार विदेशी छात्रों को लिमडा गांव में तालाब के पास स्थित धार्मिक स्थल के पास जूते-चप्पल पहनकर न आने की चेतावनी दी गई थी। बावजूद इसके जब विदेशी छात्रों ने ऐसा किया तो स्थानीय लोगों ने चार विदेशी छात्रों की पिटाई कर दी। इस मामले में अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लिमडा गांव में पारुल यूनिवर्सिटी में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग, कार्डियोलॉजी और बीसीए की पढ़ाई कर रहे और हॉस्टल में रहने वाले थाईलैंड, यूके, मोजाम्बिक और साउथ सूडान के चार छात्र धुलेटी की शाम को इनफिनिटी हॉस्टल के पीछे गांव की झील (तालाब) के किनारे घूमने गए थे। जब वे जूते और चप्पल पहनकर झील के किनारे स्थित एक धार्मिक स्थल के पास पहुंचे तो वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उनसे पूछा, "आपने जूते और चप्पल पहनकर क्यों आये हैं?" ऐसा कहने के बाद भाषा की गलतफहमी के कारण झगड़ा हो गया।
जब बहस बढ़ी तो अन्य लोग एकत्र हो गए और उन्होंने चारों विदेशी छात्रों पर लाठी-डंडों और बल्लों जैसे घातक हथियारों से हमला कर दिया। इस संबंध में विश्वविद्यालय कर्मचारी अशोक नंदसिंह राजपूत ने वाघोडिया थाने में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से पांच मोहम्मद राजमोहम्मद शेख, राजेश वसावा, रवि वसावा, स्वराज वसावा और प्रवीण वसावा को अदालत में पेश किया गया और एक दिन के रिमांड पर लिया गया।
यह भी जरूरी है कि विश्वविद्यालय और प्रशासन विदेशी छात्रों को स्थानीय रीति-रिवाजों और परंपराओं के प्रति जागरूक करें, ताकि संस्कृति की समझ बढ़े और गलतफहमी से टकराव न हो। साथ ही, स्थानीय लोगों को भी जागरूक करना होगा कि संवाद के बजाय हिंसा कभी समाधान नहीं हो सकता।