जाफर एक्सप्रेस के चालक ने भयावह क्षण का वर्णन किया
कराची, 14 मार्च (भाषा) जाफर एक्सप्रेस के चालक ने उस भयावह क्षण का वर्णन किया, जब बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के विद्रोहियों ने ट्रेन पर हमला कर उसका अपहरण कर लिया था। वहीं, बचाए गए यात्रियों ने सेना की प्रशंसा की।
मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही 440 यात्रियों वाली जाफर एक्सप्रेस का अपहरण कर लिया गया, जिसमें 21 नागरिक और चार सैनिक मारे गए।
मीडिया की एक खबर के अनुसार, हमले के बाद ट्रेन के चालक ने बताया कि किस तरह विद्रोहियों ने पहले ट्रेन के इंजन के नीचे विस्फोटक लगाया, जिससे बोगियां पटरी से उतर गईं।
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही ट्रेन रुकी, बीएलए के विद्रोहियों ने हमला कर दिया।’’
इस बीच, रिहा हुए यात्रियों में से एक ने बताया कि कैसे हमलावरों ने विस्फोट के बाद उन्हें बंधक बना लिया था।
यात्री ने कहा, ‘‘उन्होंने हमें बंदूक का भय दिखाकर बंधक बना लिया, लेकिन कमांडो ने हमें बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी।’’ उन्होंने कहा कि सेना के साहस ने उन्हें इस कठिन समय में ताकत दी।
करीब 440 यात्रियों को लेकर क्वेटा से पेशावर जा रही ट्रेन पर मंगलवार को गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास एक सुरंग में बीएलए के विद्रोहियों ने घात लगाकर हमला कर दिया। विद्रोहियों ने ट्रेन पर गोलीबारी की और यात्रियों को बंधक बना लिया, जिसके बाद सुरक्षा बलों को अभियान शुरू करना पड़ा।
सुरक्षा बलों ने बुधवार को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर धावा बोल दिया, जिससे बलूचिस्तान के बीहड़ बोलन क्षेत्र में 30 घंटे की घेराबंदी का अंत हुआ तथा सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जबकि 300 से अधिक यात्रियों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया।
सेना के मुख्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने खुलासा किया कि इस दौरान 21 नागरिकों की जान चली गई थी।