सूरत : दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने 13 मार्च, 2025 को सरसाणा में स्थित सूरत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं कन्वेंशन सेंटर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्यक्ष विपिन कुमार (आईएएस) और सूरत एयरपोर्ट के निदेशक ए.एन. शर्मा ने हिस्सा लिया।
चैंबर के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने अपनी प्रस्तुति के दौरान बताया कि सूरत एमएमएफ टेक्सटाइल्स का प्रमुख केंद्र है, जहाँ वार्षिक टेक्सटाइल कारोबार एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंचता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सूरत से निर्यात होने वाले हीरे, समुद्री खाद्य सामग्री और तेजी से खराब होने वाले उत्पादों के निर्यात में अतिरिक्त लॉजिस्टिक लागत के कारण व्यापारियों को मुंबई या अहमदाबाद पर निर्भर रहना पड़ता है।
विजय मेवावाला ने सुझाव दिया कि सूरत एयरपोर्ट पर अंतर्राष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल की तत्काल स्थापना, ई-वीजा सुविधा, समानांतर टैक्सी ट्रैक एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए कदम उठाए जाएँ, जिससे दक्षिण गुजरात के उद्योगों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाया जा सके।
बैठक में उपस्थित अधिकारी, उपाध्यक्ष निखिल मद्रासी, मानद मंत्री नीरव मंडलेवाला, मानद कोषाध्यक्ष मृणाल शुक्ला, समूह अध्यक्ष मितीश मोदी, तथा अन्य प्रतिनिधियों ने विस्तृत चर्चा की।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष विपिन कुमार ने चैंबर द्वारा दी गई प्रस्तुति को ध्यानपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि एयरपोर्ट से जुड़ी सभी समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाएगा।
इस बैठक में सूरत एयरपोर्ट के विकास हेतु नयी सुविधाओं के प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई, जिससे न केवल व्यापारिक निर्यात में वृद्धि होगी बल्कि दक्षिण गुजरात के उद्योगों के लिए नई दिशा और गति मिलेगी।