उप्र में आलू प्रसंस्करण संयंत्र पर 750 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी वेव, बेल्जियम की एग्रिस्टो

उप्र में आलू प्रसंस्करण संयंत्र पर 750 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी वेव, बेल्जियम की एग्रिस्टो

नई दिल्ली, 02 मार्च (वेब वार्ता)। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की बढ़ती वैश्विक मांग के बीच वेव ग्रुप और बेल्जियम की एग्रिस्टो एनवी ने प्रीमियम ‘फ्रेंच फ्राइज’ बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश में अपने आलू प्रसंस्करण संयंत्र का विस्तार करने का फैसला किया है। इस विस्तार पर दोनों कंपनियां लगभग 750 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।

वेव ग्रुप की कंपनी मासा ग्लोबल फूड प्राइवेट लिमिटेड और बेल्जियम की एग्रिस्टो की अनुषंगी कंपनी आईएमएसटीओ एनवी ने 2019 में डिहाइड्रेटेड पोटैटो फ्लेक बनाने के लिए बिजनौर में आलू प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने के लिए 50:50 वाली संयुक्त उद्यम कंपनी का गठन किया था।

संयुक्त उद्यम कंपनी का नाम एग्रिस्टो मासा प्राइवेट लिमिटेड है। संयंत्र का परिचालन 2022 में 7,500 टन की वार्षिक क्षमता के साथ शुरू हुआ था।

वेव ग्रुप के चेयरमैन मनप्रीत सिंह चड्ढा ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि भारतीय खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं।

उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसल की पैदावार और प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

चड्ढा ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम बिजनौर में निर्यात गुणवत्ता वाले ‘फ्रेंच फ्राइज’ के लिए एक नई उत्पादन लाइन स्थापित कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि इस विस्तार पर कुल निवेश करीब 750 करोड़ रुपये होगा, जिसका वित्तपोषण इक्विटी और ऋण के माध्यम से किया जाएगा।

संयुक्त उद्यम ने मौजूदा संयंत्र की स्थापना पर करीब 300 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे कुल निवेश प्रतिबद्धता 1,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।

चड्ढा ने कहा कि 80,000 टन सालाना क्षमता वाली नई उत्पादन लाइन अगले दो वर्षों में चालू हो जाएगी और घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करेगी।

संयुक्त उद्यम केवल अंतरव्यापारिक खंड में है।

चड्ढा ने कहा, “हमारा उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और गन्ने के अलावा उनकी नकदी फसलों में विविधता लाना है। हमने नई प्रौद्योगिकियों की मदद से इन किसानों को आलू का उत्पादन दोगुना करने में मदद की है। पिछले तीन-चार वर्षों में उनकी आय में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।”

उत्पादन सुविधा के विस्तार के लिए भूमिपूजन समारोह में बेल्जियम साम्राज्य की राजकुमारी एस्ट्रिड, उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज सिंह शामिल हुए।