गुजरात पुलिस की गिरफ्त में आए व्यक्ति ने महाकुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं के भी डाले थे वीडियो
अहमदाबाद, 21 फरवरी (भाषा) गुजरात के अस्पतालों में महिलाओं की चिकित्सा जांच के वीडियो अपलोड करने के आरोप में पुलिस की साइबर अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन व्यक्तियों में से एक ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में स्नान करने वाली महिलाओं के वीडियो भी साझा किए थे। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
साइबर अपराध (अहमदाबाद) पुलिस उपायुक्त लवीना सिन्हा ने संवाददाताओं को बताया कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के निवासी चंद्र प्रकाश (आरोपी) ने कुछ महीने पहले ‘सीपी मोंडा’ नामक एक यूट्यूब चैनल शुरू किया था। आरोपी ने इस चैनल पर महाकुंभ में स्नान कर रहीं महिला तीर्थयात्रियों के वीडियो अपलोड किए थे।
उन्होंने बताया कि चंद्र प्रकाश को बुधवार को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था, उसके साथ महाराष्ट्र के लातूर और सांगली से प्रज्वल तैली और प्रज पाटिल को भी गिरफ्तार किया गया था।
सिन्हा ने बताया कि आरोपियों ने राजकोट में स्थित एक अस्पताल में रिकॉर्ड किए गए महिला मरीजों के आपत्तिजनक वीडियो पैसे कमाने के लिए सोशल मीडिया मंच ‘टेलीग्राम’ पर साझा किए हुए थे।
उन्होंने बताया, ‘‘तैली और पाटिल ने हैकर से महिला मरीजों के वीडियो हासिल किए थे जबकि चंद्र प्रकाश ने अन्य यूट्यूब चैनल से वीडियो डाउनलोड किए थे और हाल ही में उन्हें अपने चैनल पर अपलोड किया था। हम यह जांच कर रहे हैं कि क्या चंद्र ने भी पैसे कमाने के उद्देश्य से वीडियो साझा किए थे। महाराष्ट्र के इन दोनों लोगों का चंद्र प्रकाश से कोई संबंध नहीं है।’’
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो (सीसीटीवी वीडियो) में महिला मरीज अस्पताल के एक बंद कमरे में महिला चिकित्सकों से जांच करवाते हुए या एक नर्स द्वारा इंजेक्शन लगवाते हुए नजर आ रही हैं।
पुलिस जांच में पाया गया कि वायरल वीडियो राजकोट स्थित पायल मैटरनिटी होम के सीसीटीवी फुटेज का था।