सूरत : कपड़ा मार्केट में सुस्त कारोबार, महाकुंभ से उत्तर भारत की कपड़ा मंडी प्रभावित
इन दिनों में बाहर की मंडियों में 200 से 220 ट्रकें जा रही हैं
संक्रांति के बाद सूरत टेक्सटाइल मार्केट में ग्राहकी का वह दौर नहीं देखा गया जो व्यापारियों को उम्मीद थी। गत नवंबर-दिसंबर में शादियां होने से दीपावली से पूर्व कपड़ा मार्केट में जबरदस्त ग्राहकी थी। जिससे दीपावली के बाद भी कपड़ा कारोबारी को ग्राहकी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उत्तरायण पर दक्षिण भारत में पोंगल की ग्राहकी भी फीकी रही। इसके बाद जनवरी-फरवरी की शादियों में भी कपड़ों की मांग बहुत अच्छी नहीं रही। महाकुंभ के कारण उत्तर भारत की लगभग सभी मंडियां प्रभावित रही।
मार्च के अंतिम सप्ताह से डिस्पैचिंग की स्थिति में सुधार की उम्मीद : युवराज देशले
सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रमुख युवराज देशले ने बताया कि पहले की अपेक्षा मार्केट में और ही सुस्त माहौल है। दीपावली के बाद तकरीबन 250 से 260 ट्रकें दैनिक डिस्पैचिंग होने लगी थी, लेकिन हाल के दिनों में यह आंकड़ा 200 से 220 पर आ चुकी है। इसी के साथ उत्तर भारत में महाकुंभ के कारण वहां की कपड़ा मंडियों में कपड़ों की मांग नहीं होने से उत्तर भारत की ओर बहुत कम संख्या में ट्रकें जी रही हैं, जो गाड़ियां जा भी रही है उन्हें आने में बहुत विलंब हो रही है।
उन्होंने बताया कि महाकुंभ से होने वाली भीड़ के कारण ट्रैफिक समस्या सर्जित हुई है, जिससे उत्तर प्रदेश के वाराणसी एवं प्रयागराज सहित अन्य शहरों में सप्लाई ही बंद कर दी गई है। साथ ही बाहर की गाड़ियों को प्रवेश भी बंद कर दिए हैं। जो माल यहां से उत्तर भारत भेजी भी जा रही हैं तो वह समय से व्यापारियों को नहीं मिल पा रही है। अब 26 फरवरी को अमृत स्नान होने से तीन दिन पहले ही वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। संभवत मार्च के अंतिम सप्ताह से ग्राहकी बढ़ने से डिस्पैचिंग की स्थिति में सुधार होने की संभावना है।
कपड़ा मार्केट की ग्राहकी पर एमएसएमई का असर : प्रहलाद अग्रवाल
इसी क्रम में आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के प्रमुख प्रहलाद अग्रवाल ने बताया कि कपड़ा मार्केट में फिलहाल ग्राहकी सुस्त है। उत्तर भारत में कुंभ से मार्केट प्रभावित हुई है। जहां एक ओर वहां यातायात समस्या होने से वाहनों के प्रवेश पर ही रोक लगा दी जाती है, वहीं सूरत कपड़ा व्यापारी भी अपने परिजनों के साथ महाकुंभ की यात्रा कर पुण्य की डुबकी लगाए और लगा भी रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस तरह दीपावली में सूरत का कपड़ा बाजार 10-15 दिन बंद रहता है, उसी तरह होली पर कानपुर कपड़ा मंडी एक सप्ताह के लिए बंद रहती है। रंगोत्सव पर्व होली पर आगामी 14 मार्च से एक सप्ताह के लिए कानपुर मंडी बंद रहेगी। कुल मिलाकर मार्च के अंतिम सप्ताह से ग्राहकी में सुधार की उम्मीद है। हालांकि यह एमएसएमई से भी व्यापारियों ने खरीदी बहुत ही सोच समझकर आवश्यकता के अनुसार ही खरीदी कर रहे हैं।