बिहार : बिना वैध टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी

बिहार : बिना वैध टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी

पटना, 17 फरवरी (भाषा) प्रयागराज में महाकुंभ मेले के कारण बिहार के ज्यादातर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने सोमवार को घोषणा की कि वह (रेलवे स्टेशन में) उन लोगों के प्रवेश पर रोक लगा रहा है, जिनके पास वैध यात्रा टिकट नहीं है।

पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) सरस्वती चंद्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ईसीआर के अधिकार क्षेत्र में आने वाले रेलवे स्टेशन पर भीड़ के उचित प्रबंधन के लिए रेलवे ने पर्याप्त इंतजाम किए हैं। रेलवे महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों के लिए सुगम यात्रा सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध है और अपेक्षित भीड़ को प्रबंधित करने के वास्ते विस्तृत व्यवस्था की गई है। ईसीआर के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सभी रेलवे स्टेशन पर वैध टिकट नहीं रखने वाले यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगाई जा रही है।”

ईसीआर अधिकारी निषेधाज्ञा लागू करने के लिए स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस की सहायता भी ले रहे हैं।

पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "रेलवे अधिकारियों की सहायता करने और बिना वैध टिकट यात्रा करने वाले लोगों सहित भीड़ का उचित प्रबंधन के लिए राज्य की राजधानी के कई स्टेशनों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है।"

उन्होंने कहा, "हम महाकुंभ में जाने वाले यात्रियों से भी अनुरोध करते हैं कि वे प्रयागराज की अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देने में लचीला रहें।"

जिलाधिकारी ने कहा कि भीड़भाड़ वाले समय में प्रयागराज जाने से बचना चाहिए।

पूर्व मध्य रेलवे की सीपीआरओ ने कहा, “बिहार के सभी रेलवे स्टेशन के प्रवेश बिंदुओं पर उन लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने की व्यवस्था की गई है, जिनके पास वैध यात्रा टिकट नहीं है। हम संबंधित जिलों के स्थानीय प्रशासन और पुलिस की भी मदद ले रहे हैं। यात्रियों की भारी भीड़ के मद्देनजर अतिरिक्त टिकट काउंटर और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।”

यह कदम नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना के दो दिन बाद उठाया गया है, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई थी।

रेलवे ने भीड़ प्रबंधन के लिए लिए कुछ रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त कर्मचारियों को भी तैनात किया है। महाकुंभ मेले के कारण भारी भीड़ को देखते हुए कई कुंभ मेला विशेष ट्रेन पटना जंक्शन से पहले से ही चलाई जा रही हैं।

महाकुंभ मेले के कारण पटना, दानापुर, आरा, गया, सासाराम, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और दरभंगा सहित बिहार के कई रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की अचानक बढ़ती संख्या ने रेलवे के लिए चुनौती खड़ी कर दी है।

इस बीच, बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने महाकुंभ के मद्देनजर राज्य भर के रेलवे स्टेशनों पर भीड़ के उचित प्रबंधन की व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक बैठक की। बैठक में राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी भी शामिल हुए।

सीपीआरओ ने कहा, “बिहार राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से कुंभ मेला जाने वाले श्रद्वालुओं के स्टेशनों पर होने वाले अत्याधिक भीड से निपटने के लिए समीक्षा बैठक की। इस समीक्षा बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रेलवे, एडीजी विधि-व्यवस्था, एडीजी बिहार पुलिस मुख्यालय, राज्य के विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक भी उपस्थित थे।"

उन्होंने कहा कि इस समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मेला समाप्ति तक बिहार के प्रमुख 35 स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के लिए जिला पुलिस की तैनाती की जाएगी। इनमें पूर्व मध्य रेल के 26 स्टेशन शामिल हैं। इस दौरान रेलवे जिला प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए लगातार संवाद किया जाएगा। सभी प्रमुख स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया बनाया जाएगा जहां पर्याप्त रौशनी सहित सभी प्रकार की यात्री सुविधा उपलब्ध होगी।

सीपीआरओ ने कहा कि स्टेशनों पर ट्रेनों के आवागमन की जानकारी उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से लगातार प्रसारित की जाएगी। स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से प्लेटफॉर्म के मुख्य द्वार पर ही टिकटों के जांच के बाद ही प्लेटफॉर्म पर प्रवेश दिया जाएगा। विशेष ट्रेनों का परिचालन नियमित ट्रेनों की तरह ही प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

रविवार को पटना रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज से नीचे गिरने और हाई-वोल्टेज बिजली के तार के संपर्क में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। मृतक की शिनाख्त फिलहाल नहीं हो पाई है।

सीपीआरओ ने बताया कि संबंधित अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं।