अमेरिकी विमान अमृतसर उतरा: हत्या के दो आरोपी गिरफ्तार
चंडीगढ़, 16 फरवरी (भाषा) अमेरिका से 116 अवैध प्रवासियों को लेकर एक विमान शनिवार देर रात अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा और एक निर्वासित व्यक्ति ने दावा किया कि यात्रा के दौरान निर्वासितों को हथकड़ियां पहनाई गईं और उनके पैरों में जंजीरें डाली गई।
सूत्रों ने बताया कि विमान रात 10 बजे के अपेक्षित समय के बजाय रात 11 बजकर 35 मिनट पर हवाई अड्डे पर उतरा।
यह अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के तहत अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा पांच फरवरी के बाद निर्वासित किया गया भारतीयों का दूसरा जत्था है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 157 निर्वासितों को लेकर तीसरे विमान के 16 फरवरी को भारत पहुंचने की संभावना है।
पंजाब के रहने वाले लोगों को आव्रजन संबंधी और पृष्ठभूमि की जांच के बाद रविवार तड़के करीब साढ़े चार बजे पुलिस की गाड़ियों में उनके घर पहुंचाया गया। हरियाणा सरकार ने भी राज्य से निर्वासित लोगों के लिए परिवहन की व्यवस्था की।
इस बीच, अमेरिका द्वारा निर्वासित किए गए अवैध भारतीय प्रवासियों में शामिल पटियाला जिले के राजपुरा के दो युवकों को हत्या के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नानक सिंह ने अमृतसर हवाई अड्डे से आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी संदीप सिंह उर्फ सनी और प्रदीप सिंह 2023 में दर्ज किए गए हत्या के एक मामले में वांछित थे।
संदीप और चार अन्य के खिलाफ जून 2023 में राजपुरा में मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान संदीप के एक अन्य साथी प्रदीप का नाम प्राथमिकी में जोड़ा गया था।
दोनों को गिरफ्तार करने के लिए राजपुरा थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम शनिवार को अमृतसर हवाई अड्डे पर भेजी गई थी।
अवैध प्रवासियों के पहले जत्थे को पांच फरवरी को निर्वासित किया गया था। कई लोगों ने कहा था कि वे अपने परिवारों के लिए बेहतर जीवन की खातिर अमेरिका जाना चाहते थे लेकिन उनके एजेंट ने उन्हें धोखा दिया।
हालांकि, उनके सपने तब टूट गए जब उन्हें अमेरिकी सीमा पर पकड़ लिया गया और बेड़ियों में जकड़कर वापस भेज दिया गया।
निर्वासित लोगों के परिजनों ने बताया कि उन्होंने कृषि भूमि और मवेशियों को गिरवी रखकर धन जुटाया ताकि उन्हें उज्ज्वल भविष्य के लिए विदेश भेजा जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, दूसरे जत्थे में निर्वासित लोगों में पंजाब से 65, हरियाणा से 33, गुजरात से आठ, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से दो-दो तथा हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर से एक-एक व्यक्ति शामिल है।
सूत्रों के अनुसार, अधिकतर निर्वासित लोग 18 से 30 वर्ष की आयु के हैं।
अमेरिका से शनिवार रात अमृतसर भेजे गए निर्वासितों में शामिल दलजीत सिंह ने रविवार को दावा किया कि यात्रा के दौरान उन्हें हथकड़ियां पहनाई गईं और उनके पैरों में जंजीरें डाली गईं।
सिंह ने होशियारपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे पैरों में जंजीरें थीं और हाथों में हथकड़ी भी थी।’’
पंजाब के होशियारपुर जिले के कुराला कलां गांव का मूल निवासी सिंह उन 116 अवैध भारतीय प्रवासियों में शामिल है जिन्हें अमेरिकी विमान से शनिवार रात अमृतसर हवाई अड्डे लाया गया।
पिछली बार भी निर्वासित लोगों ने दावा किया था कि उन्हें बेड़ियां पहनाई गई थीं।
सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उसे ‘डंकी’ (अवैध) मार्ग से अमेरिका ले जाया गया था।
‘डंकी’ मार्ग वह अवैध और जोखिम भरा मार्ग है जिसका इस्तेमाल अवैध प्रवासी अमेरिका में प्रवेश करने के लिए करते हैं।
सिंह की पत्नी कमलप्रीत कौर ने आरोप लगाया कि उसके पति को ‘ट्रैवल एजेंट’ ने धोखा दिया। उसने कहा कि ‘ट्रैवल एजेंट’ ने सिंह को सीधी उड़ान से अमेरिका ले जाने का वादा किया था, लेकिन इसके बजाय उसे अवैध तरीके से ले गया।
कमलप्रीत ने बताया कि उसके गांव के एक व्यक्ति ने सिंह की यात्रा के लिए एक ‘ट्रैवल एजेंट’ की व्यवस्था की थी। उसने कहा कि एजेंट ने कानूनी तरीके से अमेरिका ले जाने का आश्वासन दिया था लेकिन बाद में जब उसे कई स्थानों पर ले जाया गया, तो उसे यात्रा की वैधता पर संदेह पैदा हुआ।
निर्वासित गुरजिंदर सिंह (27) के एक रिश्तेदार ने संवाददाताओं को बताया कि उनके परिवार ने उसे विदेश भेजने के लिए एक एकड़ जमीन बेची और करीब 50-55 लाख रुपये खर्च किए।
गुरजिंदर के रिश्तेदार ने कहा, ‘‘ट्रैवल एजेंट ने उसे कानूनी तरीके से भेजने का वादा किया था, लेकिन बाद में वह उसे ‘डंकी’ (अवैध) मार्ग से ले गया।’’
पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने हवाई अड्डे पर कुछ निर्वासितों से मुलाकात की।
धालीवाल ने उनसे कहा कि राज्य सरकार चट्टान की तरह उनके साथ खड़ी है। उन्होंने उनसे हिम्मत न हारने को कहा।
निर्वासितों में से एक व्यक्ति ने धालीवाल को बताया कि उसने और उसके रिश्ते के भाई ने अमेरिका पहुंचने के लिए 40-40 लाख रुपये खर्च किए। दोनों पंजाब के गुरदासपुर जिले के कलानौर के पास एक गांव के रहने वाले हैं।
धालीवाल ने कहा कि सरकार युवाओं को ठगने वाले ‘ट्रैवल एजेंट’ को सलाखों के पीछे भेजेगी और उन्होंने निर्वासितों से आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया।